Prakrati se Sahakari Prabandh avm Netratva Vikas shiksha
Singh,Gulab Aajad
Prakrati se Sahakari Prabandh avm Netratva Vikas shiksha - New Delhi Shivanak 2013 - 158p.
विषय वस्तु
1 प्रबन्ध विज्ञान की अनिवार्यता एवं भारतीय संस्कृति में वर्णित प्रबंधकीय ज्ञान की उपेक्षा
2 ज्ञानार्जन हेतु सतत् शिक्षण एवं प्रशिक्षण की आवश्यकता
3 ज्ञानार्जन हेतु प्रकृति रुपी विश्वविद्यालय- मनुष्य को प्रभु की अनुपम देन
4 प्रकृति रुपी विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण करने हेतु किए गये कुछ प्रयास
5 महर्षि दत्तात्रेय के 24 गुरू
6 राजर्षि चाणक्य द्वारा प्रदत्त प्रबन्धकीय ज्ञान
7 महारानी मदालिसा की राजधर्म शिक्षा
8 महर्षि भारद्वाज कणिक द्वारा प्रदत्त राजधर्म ज्ञान
9 अथर्ववेद में वर्णित मानवीय व्यवहार के कुछ त्यागने योग्य अवगुण
10 लेखक द्वारा सम्पादित, संकलित विभिन्न 108 चेतन एवं अचेतन प्राणियों द्वारा प्रदत्त प्रबन्धकीय एवं व्यावहारिक ज्ञान
उपसंहार
9789380801292
334.07 SIN
Prakrati se Sahakari Prabandh avm Netratva Vikas shiksha - New Delhi Shivanak 2013 - 158p.
विषय वस्तु
1 प्रबन्ध विज्ञान की अनिवार्यता एवं भारतीय संस्कृति में वर्णित प्रबंधकीय ज्ञान की उपेक्षा
2 ज्ञानार्जन हेतु सतत् शिक्षण एवं प्रशिक्षण की आवश्यकता
3 ज्ञानार्जन हेतु प्रकृति रुपी विश्वविद्यालय- मनुष्य को प्रभु की अनुपम देन
4 प्रकृति रुपी विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण करने हेतु किए गये कुछ प्रयास
5 महर्षि दत्तात्रेय के 24 गुरू
6 राजर्षि चाणक्य द्वारा प्रदत्त प्रबन्धकीय ज्ञान
7 महारानी मदालिसा की राजधर्म शिक्षा
8 महर्षि भारद्वाज कणिक द्वारा प्रदत्त राजधर्म ज्ञान
9 अथर्ववेद में वर्णित मानवीय व्यवहार के कुछ त्यागने योग्य अवगुण
10 लेखक द्वारा सम्पादित, संकलित विभिन्न 108 चेतन एवं अचेतन प्राणियों द्वारा प्रदत्त प्रबन्धकीय एवं व्यावहारिक ज्ञान
उपसंहार
9789380801292
334.07 SIN