Shiksha Manovigyan
Vashishth, Vijendra Kumar
Shiksha Manovigyan - New Delhi Arjun Publishing
अनुक्रमणिका
भूमिका
अध्याय
1. मनोविज्ञान का अर्थ तथा शाखाएं
2. शिक्षा मनोविज्ञान का स्वरूप तथा क्षेत्र
3. मनोविज्ञान की शाखाएँ
4. वंशानुक्रम तथा वातावरण
5. प्रवृत्तियां
6. संवेग और संवेगात्मक परिपक्वता
7. सीखना
8. मनोविश्लेषण
9. मानसिक विकास के स्तर
10. मानसिक स्वास्थ्य विधि
11. चरित्र या आचरण निर्माण
12. सीखना और सीखने की कुशलताएँ
13. अभिप्रेरणा
14. स्मृति एवं विस्मृति
15. आदतें
16. ध्यान तथा रुचि
17. अधिगम अथवा प्रशिक्षण का स्थानांतरण
18. संकल्पना या प्रत्यय-निर्माण
Shiksha Manovigyan - New Delhi Arjun Publishing
अनुक्रमणिका
भूमिका
अध्याय
1. मनोविज्ञान का अर्थ तथा शाखाएं
2. शिक्षा मनोविज्ञान का स्वरूप तथा क्षेत्र
3. मनोविज्ञान की शाखाएँ
4. वंशानुक्रम तथा वातावरण
5. प्रवृत्तियां
6. संवेग और संवेगात्मक परिपक्वता
7. सीखना
8. मनोविश्लेषण
9. मानसिक विकास के स्तर
10. मानसिक स्वास्थ्य विधि
11. चरित्र या आचरण निर्माण
12. सीखना और सीखने की कुशलताएँ
13. अभिप्रेरणा
14. स्मृति एवं विस्मृति
15. आदतें
16. ध्यान तथा रुचि
17. अधिगम अथवा प्रशिक्षण का स्थानांतरण
18. संकल्पना या प्रत्यय-निर्माण