Paryavaran aur Paristhitiki Tantra
Sinha, Megha
Paryavaran aur Paristhitiki Tantra - Varanasi Vijay Prakashan Mandir
अनुक्रमणिका
प्रस्तावना
1. पारिस्थितिकी एवं पारिस्थितिक तंत्र
2. पारिस्थितिक विकास
3. जीवमंडल : एक पारिस्थितिक तंत्र
4. जैव भू-रसायन चक्र
5. पोषण स्तर एवं खाद्य श्रृंखला
6. मिट्टी एवं पारिस्थितिक तंत्र
7. पादप एवं पारिस्थितिक तंत्र
8. वन विनाश का पारिस्थितिक तंत्र पर प्रभाव
9. ऊर्जा और पारिस्थितिक तंत्र
10. जैव विविधता
11. पारिस्थितिक तन्त्र की असन्तुलित अवस्था प्रदूषण
12. पर्यावरण संरक्षण
Paryavaran aur Paristhitiki Tantra - Varanasi Vijay Prakashan Mandir
अनुक्रमणिका
प्रस्तावना
1. पारिस्थितिकी एवं पारिस्थितिक तंत्र
2. पारिस्थितिक विकास
3. जीवमंडल : एक पारिस्थितिक तंत्र
4. जैव भू-रसायन चक्र
5. पोषण स्तर एवं खाद्य श्रृंखला
6. मिट्टी एवं पारिस्थितिक तंत्र
7. पादप एवं पारिस्थितिक तंत्र
8. वन विनाश का पारिस्थितिक तंत्र पर प्रभाव
9. ऊर्जा और पारिस्थितिक तंत्र
10. जैव विविधता
11. पारिस्थितिक तन्त्र की असन्तुलित अवस्था प्रदूषण
12. पर्यावरण संरक्षण