Shiksha ke Darshnik evam Samajik Aadhar
Pandey, K.P.
Shiksha ke Darshnik evam Samajik Aadhar - Varanasi Vishwavidyalaya Prakashan
विषय-सूची
1. शिक्षा एवं दर्शन में सम्बन्ध
2. भारतीय दर्शन में विभिन्न दार्शनिक भूमियों की स्थिति : तत्त्वमीमांसात्मक, ज्ञानमीमांसात्मक एवं मूल्यमीमांसात्मक
3. पाश्चात्य दर्शन सम्प्रदायों की स्थिति तथा उनके शैक्षिक निहितार्थ
4. शिक्षा के उद्देश्य
5. शिक्षा के स्वरूप
6. समाज के अविद्यालयीकरण (डी-स्कूलिंग) की धारणा
7. शिक्षा में 'स्वतन्त्रता' एवं अनुशासन की धारणा : दार्शनिक परिप्रेक्ष्य
8. शिक्षा का सामाजिक आधार एवं भारतीय संविधान का सन्दर्भ
9. सामाजिक व्यवस्था की उप प्रणाली के रूप में शिक्षा तथा कतिपय मुद्दे
10. धार्मिक नैतिकतावाद एवं शिक्षा
11. शिक्षा दर्शन एवं शैक्षिक समाजशास्त्र के तहत शोध-मुद्दे
अध्येय ग्रन्थ-सूची
Shiksha ke Darshnik evam Samajik Aadhar - Varanasi Vishwavidyalaya Prakashan
विषय-सूची
1. शिक्षा एवं दर्शन में सम्बन्ध
2. भारतीय दर्शन में विभिन्न दार्शनिक भूमियों की स्थिति : तत्त्वमीमांसात्मक, ज्ञानमीमांसात्मक एवं मूल्यमीमांसात्मक
3. पाश्चात्य दर्शन सम्प्रदायों की स्थिति तथा उनके शैक्षिक निहितार्थ
4. शिक्षा के उद्देश्य
5. शिक्षा के स्वरूप
6. समाज के अविद्यालयीकरण (डी-स्कूलिंग) की धारणा
7. शिक्षा में 'स्वतन्त्रता' एवं अनुशासन की धारणा : दार्शनिक परिप्रेक्ष्य
8. शिक्षा का सामाजिक आधार एवं भारतीय संविधान का सन्दर्भ
9. सामाजिक व्यवस्था की उप प्रणाली के रूप में शिक्षा तथा कतिपय मुद्दे
10. धार्मिक नैतिकतावाद एवं शिक्षा
11. शिक्षा दर्शन एवं शैक्षिक समाजशास्त्र के तहत शोध-मुद्दे
अध्येय ग्रन्थ-सूची