Ayurvedeeya Rasashastra (Record no. 18270)

MARC details
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020 ## - INTERNATIONAL STANDARD BOOK NUMBER
International Standard Book Number 9788176371148
041 ## - LANGUAGE CODE
Language code of text/sound track or separate title HINDI
082 ## - DEWEY DECIMAL CLASSIFICATION NUMBER
Classification number 620.11 MIS
100 ## - MAIN ENTRY--PERSONAL NAME
Author name Mishra,Siddhinandan
245 ## - TITLE STATEMENT
Title Ayurvedeeya Rasashastra
260 ## - PUBLICATION, DISTRIBUTION, ETC. (IMPRINT)
Place of publication, distribution, etc. Varanasi
Name of publisher, distributor, etc. Chaukhambha Orintalia
Date of publication, distribution, etc. 2019
300 ## - PHYSICAL DESCRIPTION
Page 610p.
500 ## - GENERAL NOTE
General note विषय-सूची<br/>प्रथम अध्याय<br/>रसशास्त्र (पारद) प्रशस्ति<br/>रसपद्धति<br/>प्रस्तावना-कुलकर्णी जी<br/>५<br/>रसेश्वर दर्शन<br/>७<br/>भूमिका<br/>शार्ङ्गधरसंहिता<br/>९<br/>प्राक्कथन<br/>रसचिन्तामणि<br/>१३<br/>पाठ्यक्रम<br/>रसेन्द्रचिन्तामणि<br/>रसशास्त्र का इतिहास<br/>२१<br/>रसमञ्जरी<br/>नागार्जुन<br/>१<br/>लोहसर्वस्वम्<br/>४<br/>रसशास्त्र के अन्य आचार्य<br/>रससार<br/>७<br/>रसशास्त्र का विकास<br/>रसेन्द्रसारसंग्रह<br/>९<br/>संहिताकाल<br/>भावप्रकाश<br/>१०<br/>चरक संहिता<br/>रसप्रदीप<br/>१०<br/>सुश्रुत संहिता<br/>रसकौमुदी<br/>१३<br/>अष्टाङ्गहृदय या संग्रह<br/>१४ १७<br/>वसवराजीयम्<br/>गुप्तकाल और कौटिल्य अर्थशास्त्र<br/>रसकामधेनुः<br/>गुप्तकालीन भारतीय लोहविद्या<br/>वृ० योगतरङ्गिणी<br/>१८<br/>वराहमिहिर<br/>आयुर्वेदप्रकाश<br/>१९<br/>रसेश्वर मत<br/>योगतरङ्गिणी<br/>२१<br/>८वीं शती के बाद रसशास्त्र का<br/>योगरत्नाकरः<br/>विकास<br/>भैषज्यरत्नावली<br/>२४<br/>योगरत्नमाला<br/>२५<br/>बृ० रसराजसुन्दरः<br/>समराङ्गणसूत्रकार<br/>२६<br/>रसार्णव<br/>२६<br/>रसहृदयतन्त्र<br/>२७<br/>गोरक्षसंहिता<br/>रसतरङ्गिणी<br/>रसजलनिधिः<br/>हिष्ट्री आफ हिन्दूकेमिस्ट्री<br/>रसयोगसागरः<br/>२८<br/>रसेन्द्रचूड़ामणि<br/>सिद्धयोगसंग्रहः<br/>२८<br/>रसप्रकाशसुधाकर<br/>२९<br/>रसामृतम्<br/>गोण्डलरसशाला-गुजरात<br/>रसरत्नसमुच्चय<br/>२९<br/>रसरत्नाकर<br/>३०<br/>कृष्णगोपालधर्मार्थ आयु० भवन<br/>आनन्दकन्द<br/>३१<br/>रसायनसारः<br/>रसाध्याय<br/>३२<br/>रसराजमहोदधिः<br/>रसोपनिषद्<br/>रसेन्द्रपुराणम्<br/>भारतीयरसशास्त्र (मराठी)<br/>४२<br/>सैन्धव की श्रेष्ठता<br/>आयुर्वेदीय खनिजविज्ञान<br/>४२<br/>क्षारद्र्य-क्षारत्रय<br/>रसेन्द्रसम्भवम्<br/>४३<br/>क्षारपञ्चक<br/>भस्मविज्ञान<br/>४३<br/>क्षाराष्ट्रक<br/>भारतीयरसशास्त्र (गुजराती)<br/>४३<br/>अम्लवर्ग<br/>रसेन्द्रसम्प्रदायः<br/>४३<br/>अम्लपञ्चक<br/>रसचिकित्सा<br/>४४<br/>पञ्चामृत<br/>४४<br/>शुल्बशास्त्रम्<br/>पञ्चगव्य<br/>प्राचीन भारत में रसायन का विकास<br/>४४<br/>द्रावणगण<br/>रसशास्त्र प्रवेशिका<br/>४५<br/>कज्जली<br/>रसशास्त्र<br/>४५<br/>कज्जली पर्याय<br/>रत्नधातुविज्ञान<br/>४५<br/>रसपङ्क<br/>रसेन्द्रविज्ञान<br/>४६<br/>रसपिष्टि<br/>रसमित्र<br/>४६<br/>नवनीतपिष्टि<br/>पारदविज्ञानीयम्<br/>४६<br/>भावना<br/>अभिनवरसशास्त्र<br/>४६<br/>भावना में द्रवमान<br/>रत्नविज्ञान<br/>४६<br/>ढालन<br/>सचित्र रसशास्त्र<br/>४७<br/>आवाप<br/>प्रारम्भिक रसशास्त्र<br/>४७<br/>निर्वाप<br/>भारतीय रसशास्त्र<br/>४७<br/>अकारादि क्रम से रसशास्त्रीय ग्रन्थों<br/>शोधन<br/>की सूची<br/>४८<br/>मृतलोह<br/>रसशास्त्र के आचार्य एवं सिद्ध<br/>मृतलोह परीक्षा<br/>५७<br/>रसशाला निर्माण<br/>६३<br/>पञ्चमृत्तिका<br/>रसलिङ्ग निर्माण विधि<br/>मित्रपञ्चक<br/>७०<br/>रसलिङ्ग में स्वर्ण मिलाने का कारण<br/>७१<br/>धातुसत्त्वलक्षण<br/>रसलिङ्ग दर्शन का फल<br/>७१<br/>शुद्धावर्त<br/>रसलिङ्ग के पूजन का फल<br/>७२<br/>द्रुतिलक्षण<br/>रसशास्त्र का आधारभूत सिद्धान्त<br/>७५<br/>भस्मों की परीक्षा<br/>द्वितीय अध्याय<br/>अमृतीकरण<br/>परिभाषा प्रकरण<br/>८६<br/>दुग्धवर्ग<br/>परिभाषा लक्षण<br/>८६<br/>गोमूत्र<br/>पञ्चलवण/षड्लवणञ्च<br/>मूत्रवर्ग<br/>तैलवर्ग<br/>श्वेतवर्ग<br/>९६<br/>मूषा<br/>९६<br/>सामान्यमूषा<br/>शुक्लवर्ग<br/>पीतवर्ग<br/>९६<br/>वज्रमूषा<br/>९७<br/>पक्कमूषा<br/>रक्तवर्ग<br/>९७<br/>गोस्तनीमूषा<br/>कृष्णवर्ग<br/>९७<br/>वृन्ताकमूषा<br/>विट्वर्ग<br/>९७<br/>वज्रद्रावणीमूषा<br/>पारद जारणार्थ विड<br/>९८<br/>योगमूषा<br/>यन्त्र शब्द की निरुक्ति<br/>९८<br/>मूषा का आधुनिक स्वरूप<br/>दोलायन्त्र<br/>९८<br/>मूषा के सन्धिबन्धनार्थ द्रव्य<br/>डमरुयन्त्र<br/>१००<br/>मूषाबन्धन के पर्याय<br/>पालिकायन्त्र<br/>१०१<br/>मदनमुद्रा<br/>स्थालीयन्त्र<br/>१०१<br/>हठमुद्रा<br/>स्वेदनीयन्त्र<br/>बालुकायन्त्र<br/>१०१<br/>कोष्ठी<br/>१०२<br/>चुल्लिका<br/>पुटयन्त्र<br/>१०३<br/>अङ्गारकोष्ठिका<br/>विद्याधरयन्त्र<br/>१०३<br/>पातालकोष्ठिका<br/>पातनायन्त्र (ऊर्ध्व)<br/>१०४<br/>गारकोष्ठी<br/>अधःपातनयन्त्र<br/>१०५<br/>कोष्ठियों का आधुनिक स्वरूप<br/>तिर्यक्षातनयन्त्र<br/>१०६<br/>वङ्कनाल<br/>भूधरयन्त्र<br/>१०७<br/>अग्निप्रकार<br/>पातालयन्त्र<br/>१०७<br/>पुट<br/>खल्वयन्त्र<br/>१०८<br/>पुट का प्रयोजन<br/>तुलायन्त्र<br/>११२<br/>पुट का फल<br/>अदूखलयन्त्र<br/>११३<br/>महापुट<br/>कच्छपयन्त्र<br/>११३<br/>गजपुट<br/>हंसपाकयन्त्र<br/>११४<br/>वाराहपुट<br/>सोमानलयन्त्र<br/>११५<br/>कुक्कुटपुट<br/>नालिकायन्त्र<br/>११५<br/>कपोतपुट<br/>वलभीयन्त्र<br/>११६<br/>गोबरपुट<br/>गर्भयन्त्र<br/>११६<br/>भाण्डपुट<br/>यन्त्रों का विकास क्रम<br/>बालुकापुट<br/>भूधरपुट<br/>१३९<br/>लावकपुट<br/>१३९<br/>संस्कार की परिभाषा<br/>शोधन एवं संस्कार में भेद<br/>तृतीय अध्याय- पारद<br/>पारदसंस्कार दर्शक तालिका<br/>पारद पर्याय<br/>१४०<br/>संस्कार के लिए पारद की मात्रा<br/>पारदोत्पत्ति<br/>१४१<br/>काञ्जी निर्माण<br/>पारद के भेद<br/>१४८<br/>स्वेदनसंस्कार<br/>पारद भेद की निरुक्ति<br/>१४८<br/>मर्दनसंस्कार<br/>पारद का भौतिक गुण<br/>१५२<br/>मूर्च्छनसंस्कार<br/>पारदखनिज<br/>१५३<br/>उत्थापनसंस्कार<br/>पारदप्राप्तिस्थान<br/>१५५<br/>पातन (ऊर्ध्वपातन विधि)<br/>पारदसम्पर्कजन्यरोग<br/>१५८<br/>पातन (अधःपातन विधि)<br/>पारद के दोष<br/>१५९<br/>पातन (तिर्यक्पातनविधि)<br/>दोषविमर्श<br/>१६६<br/>रोधन या बोधन संस्कार<br/>सप्तकञ्चुकाऐं<br/>१६८<br/>नियामनसंस्कार<br/>पारदशोधन<br/>१६९<br/>दीपनसंस्कार<br/>शोधन की सामान्य परिभाषा<br/>१७०<br/>पारद की गतियाँ<br/>सामान्य शोधनविधि<br/>१७१<br/>जारणा<br/>विशेष शोधनविधि<br/>१७५<br/>जारणा भेद<br/>नागदोषनिवारण विधि<br/>१७५<br/>जारणा तालिका<br/>वङ्गदोषनिवारण विधि<br/>१७५<br/>जारणा क्रम<br/>वह्निदोषनिवारण विधि<br/>१७५<br/>गन्धक जारणा<br/>मलदोषनिवारण विधि<br/>१७६<br/>मूच्र्छना<br/>चापल्यदोषनिवारण विधि<br/>१७६<br/>मूच्छित पारद की विधि<br/>विषदोषनिवारण विधि<br/>१७६<br/>गिरिदोषनिवारण विधि<br/>१७६<br/>असह्याग्निदोषनिवारण विधि<br/>१७६<br/>हिंगुलोत्थपारद<br/>१७७<br/>नादयन्त्रविधि द्वारा पारद<br/>निष्कासन<br/>१७७<br/>शुद्धपारद का स्वरूप<br/>१७८<br/>मूच्छित पारद फल<br/>मूच्र्छना के भेद<br/>पारद की मूच्छित औषधों का वर्गीकरण<br/>मूर्छना और मूर्छन में भेद मूच्र्छना और जारणा में भेद<br/>पोटली रसायन परिचय<br/>शुद्धपारद प्राप्ति का आधार<br/>खरलीय रसायन<br/>या स्रोत<br/>हिङ्गुलीय रसायन<br/>वैदूर्य का मारण<br/>वैदूर्य्य की पिष्टि<br/>५४३<br/>वैदूर्य्यभस्म की मात्रा<br/>५४३<br/>राजावर्त का शोधन<br/>वैदूर्य्यभस्म के गुण<br/>५४३<br/>राजावर्त का मारण<br/>राजावर्त की पिष्टि<br/>वैदूर्य्यभस्म के कुछ योग<br/>५४४<br/>उपरत्नों का वर्गीकरण<br/>५४४<br/>राजावर्तभस्म के गुण<br/>५४४<br/>उपरत्न दर्शक तालिका<br/>स्फटिक पर्याय<br/>राजावर्तभस्म के कुछ योग<br/>५४५<br/>सूर्यकान्त पर्याय<br/>स्फटिक की उपस्थिति<br/>५४६<br/>सूर्यकान्त की उपस्थिति<br/>स्फटिक का श्रेष्ठ लक्षण<br/>५४६<br/>स्फटिक का वर्ग<br/>सूर्यकान्त का भेद<br/>५४६<br/>स्फटिक प्राप्तिस्थान<br/>सूर्यकान्त प्राप्तिस्थान<br/>५४६<br/>स्फटिक के भेद<br/>सूर्यकान्त का ग्राह्य स्वरूप<br/>५४६<br/>स्फटिक का भौतिक गुण<br/>सूर्यकान्त का भौतिक गुण<br/>५४७<br/>स्फटिक का उपयोग<br/>सूर्यकान्त का उपयोग<br/>५४७<br/>स्फटिक का शोधन-मारण<br/>सूर्यकान्तमारण<br/>५४७<br/>स्फटिकभस्म के गुण<br/>सूर्यकान्त भस्म के गुण<br/>५४७<br/>स्फटिक के योग<br/>चन्द्रकान्त पर्याय<br/>५४८<br/>पैरोजक पर्याय<br/>चन्द्रकान्त की उपस्थिति<br/>५४८<br/>पैरोजक की उपस्थिति<br/>चन्द्रकान्त भेद<br/>५४८<br/>पैरोजक के भेद<br/>चन्द्रकान्त प्राप्तिस्थान<br/>५४८<br/>पैरोजक प्राप्तिस्थान<br/>चन्द्रकान्त का ग्राह्य स्वरूप<br/>५४८<br/>पैरोजक के भौतिक गुण<br/>चन्द्रकान्त का भौतिक गुण<br/>५४८<br/>पैरोजक का उपयोग<br/>पैरोजक का शोधन-मारण<br/>चन्द्रकान्त का उपयोग<br/>५४८<br/>चन्द्रकान्त का मारण<br/>५४९<br/>पिरोजाभस्म के गुण<br/>चन्द्रकान्तभस्म के गुण<br/>५४९<br/>वैक्रान्त<br/>राजावर्त पर्याय<br/>५४९<br/>व्योमाश्म पर्याय<br/>राजावर्त की उपस्थिति<br/>५४९<br/>व्योमाश्म की उपस्थिति<br/>व्योमाश्म प्राप्तिस्थान<br/>राजावर्त प्राप्तिस्थान<br/>५४९<br/>राजावर्त का ग्राह्य स्वरूप<br/>५४९<br/>व्योमाश्म भेद<br/>व्योमाश्म का ग्राह्यस्वरूप<br/>राजावर्त के भेद<br/>440<br/>व्योमाश्म का वर्णन<br/>राजावर्त के भौतिक गुण<br/>व्योमाश्म का भौतिक गुण<br/>राजावर्त का उपयोग<br/>व्योमाश्म का शोधन<br/>५५८<br/>प्राप्तिस्थान<br/>व्योमाश्म का मारण<br/>५५८<br/>अर्काक का वर्णन<br/>व्योमाश्म की पिष्टि<br/>५५८<br/>शोधन<br/>व्योमाश्मभस्म एवं पिष्टि के गुण<br/>५५८<br/>भस्म<br/>व्योमाश्म के कुछ योग<br/>५५९<br/>पिष्टी<br/>जहरमोहरा वर्णन<br/>५५९<br/>मात्रा<br/>जहर मोहरा प्राप्तिस्थान<br/>५५९<br/>प्रयोग<br/>जहरमोहरा शोधन<br/>५५९<br/>गुण<br/>जहरमोहरापिष्टि<br/>५५९<br/>शुक्लवर्ग<br/>जहरमोहरा के कुछ योग<br/>५६०<br/>गोदन्ती पर्याय<br/>कौशेयाश्म वर्णन<br/>५६०<br/>गोदन्ती की उपस्थिति<br/>कौशेयाश्मभस्म-पिष्टि<br/>५६०<br/>गोदन्ती का ग्राह्य स्वरूप<br/>कौशेयाश्मपिष्टि के गुण<br/>५६०<br/>गोदन्ती के भेद<br/>दुग्धपाषाण पर्याय<br/>५६०<br/>गोदन्ती का भौतिक गुण<br/>दुग्धपाषाण का इतिहास<br/>५६१<br/>गोदन्ती का उपयोग<br/>दुग्धपाषाण की उपस्थिति<br/>५६१<br/>गोदन्ती का प्राप्तिस्थान<br/>दुग्धपाषाण के लक्षण<br/>५६१<br/>गोदन्ती का शोधन<br/>दुग्धपाषाण का शोधन नहीं करें<br/>५६१<br/>गोदन्ती का मारण<br/>दुग्धपाषाण के गुण<br/>गोदन्तीभस्म के गुण<br/>दुग्धपाषाण के उपयोग<br/>गोदन्तीभस्म के योग<br/>तृणकान्त पर्याय<br/>गोदन्तीभस्म का विश्लेषण<br/>तृणकान्त उपस्थिति<br/>बदराश्म पर्याय<br/>तृणकान्त प्राप्तिस्थान<br/>बदराश्म के इतिहास<br/>तृणकान्त का स्वरूप<br/>बदराश्म के उपस्थिति<br/>तृणकान्त के भेद<br/>बदराश्म प्राप्तिस्थान<br/>तृणकान्त का भौतिक गुण<br/>बदराश्मशोधन<br/>तृणकान्त का शोधन-मारण नहीं करें<br/>५६३<br/>बदराश्म का मारण<br/>तृणकान्तमणिपिष्टि निर्माण विधि ५६३<br/>बदराश्म की पिष्टि<br/>तृणकान्तमणिपिष्टि के गुण<br/>५६३<br/>तृणकान्त का अन्य उपयोग<br/>बदराश्मभस्म एवं पिष्टि के गुण<br/>५६४<br/>मृगशृङ्ग की पर्याय<br/>तृणकान्तपिष्टि के कुछ योग<br/>५६४<br/>मृगशृङ्ग का इतिहास<br/>अकीक इतिहास<br/>मृगशृङ्ग उपस्थिति<br/>मृगवृङ्ग का भस्म<br/>मृगशृङ्ग का मारण<br/>मृगशृङ्ग का शोधन<br/>ग्राहा मृगशृङ्ग का लक्षण<br/>५७१<br/>५७१<br/>टंकण पर्याय<br/>५७१<br/>टकूण का इतिहास<br/>५७१<br/>टंकण की उपस्थिति<br/>मृगशृङ्गभस्म के योग<br/>गङ्गभस्म के गुण<br/>५७२<br/>टंकण का निष्कर्षण<br/>५७२<br/>टंकण प्राप्तिस्थान<br/>शंख पर्याय<br/>मृगशृङ्गभस्म का विश्लेषण<br/>५७२<br/>टंकण के भेद<br/>५७३<br/>सोनारी सोहागा<br/>शंख का इतिहास<br/>५७३<br/>चौकिया सोहागा<br/>शंख की उपस्थिति<br/>५७३<br/>अशुद्ध टंकणं से हानि<br/>शंख प्राप्तिस्थान<br/>५७४<br/>टंकण का शोधन<br/>शंख का भेद<br/>५७४<br/>टंकण का मारण<br/>शंख का शोधन<br/>५७४<br/>शुद्ध टंकण के कुछ योग<br/>शंख का मारण<br/>संदिग्ध द्रव्य<br/>५७५<br/>शंखभस्म के गुण<br/>विषोपविष<br/>५७५<br/>शंखभस्म के कुछ योग<br/>विषप्रकार<br/>५७५<br/>शंख का विश्लेषण<br/>वर्जित महाविष<br/>५७६<br/>शुक्ति पर्याय<br/>ग्राह्याष्टौ विषाणि<br/>५७६<br/>शुक्ति उपस्थिति-वर्णन<br/>अग्राह्याष्टौविषाणि<br/>५७६<br/>शुक्ति के भेद<br/>विषगुणः<br/>५७७<br/>मुक्ताशुक्ति<br/>५७७<br/>विष जाति के लिए विष परीक्षा<br/>जलशुक्ति<br/>विष वर्गीकरण<br/>५७७<br/>शुक्ति का शोधन<br/>५७७<br/>विष-मद्य-ओज तथा दुग्ध के- गुणदर्शक तालिका<br/>शुक्ति का मारण<br/>५७७<br/>मुक्ता शुक्ति पिष्टि<br/>वत्सनाभ का शोधन<br/>५७८<br/>शुक्तिभस्म के गुण<br/>विषशोधन का प्रयोजन<br/>५७८<br/>वत्सनाभ का शोधन<br/>शुक्तिभस्म के कुछ योग<br/>५७८<br/>वत्सनाभ का मारण<br/>खटिका पर्याय<br/>५७८<br/>विषघ्नगण<br/>खटिका की उपस्थिति<br/>५७९<br/>कन्दविष का संग्रहकाल<br/>खटिका भेद<br/>५७९<br/>खटिका का शोधन<br/>विष सेवन में पथ्य<br/>५७९<br/>विष सेवन में अपथ्य<br/>शुद्ध खटिका के गुण<br/>५७९<br/>शुद्ध खटिका के योग<br/>शुद्धविष की मात्रा<br/>मृगवृङ्ग का भस्म<br/>मृगशृङ्ग का मारण<br/>मृगशृङ्ग का शोधन<br/>ग्राहा मृगशृङ्ग का लक्षण<br/>५७१<br/>५७१<br/>टंकण पर्याय<br/>५७१<br/>टकूण का इतिहास<br/>५७१<br/>टंकण की उपस्थिति<br/>मृगशृङ्गभस्म के योग<br/>गङ्गभस्म के गुण<br/>५७२<br/>टंकण का निष्कर्षण<br/>५७२<br/>टंकण प्राप्तिस्थान<br/>शंख पर्याय<br/>मृगशृङ्गभस्म का विश्लेषण<br/>५७२<br/>टंकण के भेद<br/>५७३<br/>सोनारी सोहागा<br/>शंख का इतिहास<br/>५७३<br/>चौकिया सोहागा<br/>शंख की उपस्थिति<br/>५७३<br/>अशुद्ध टंकणं से हानि<br/>शंख प्राप्तिस्थान<br/>५७४<br/>टंकण का शोधन<br/>शंख का भेद<br/>५७४<br/>टंकण का मारण<br/>शंख का शोधन<br/>५७४<br/>शुद्ध टंकण के कुछ योग<br/>शंख का मारण<br/>संदिग्ध द्रव्य<br/>५७५<br/>शंखभस्म के गुण<br/>विषोपविष<br/>५७५<br/>शंखभस्म के कुछ योग<br/>विषप्रकार<br/>५७५<br/>शंख का विश्लेषण<br/>वर्जित महाविष<br/>५७६<br/>शुक्ति पर्याय<br/>ग्राह्याष्टौ विषाणि<br/>५७६<br/>शुक्ति उपस्थिति-वर्णन<br/>अग्राह्याष्टौविषाणि<br/>५७६<br/>शुक्ति के भेद<br/>विषगुणः<br/>५७७<br/>मुक्ताशुक्ति<br/>५७७<br/>विष जाति के लिए विष परीक्षा<br/>जलशुक्ति<br/>विष वर्गीकरण<br/>५७७<br/>शुक्ति का शोधन<br/>५७७<br/>विष-मद्य-ओज तथा दुग्ध के- गुणदर्शक तालिका<br/>शुक्ति का मारण<br/>५७७<br/>मुक्ता शुक्ति पिष्टि<br/>वत्सनाभ का शोधन<br/>५७८<br/>शुक्तिभस्म के गुण<br/>विषशोधन का प्रयोजन<br/>५७८<br/>वत्सनाभ का शोधन<br/>शुक्तिभस्म के कुछ योग<br/>वत्सनाभ का मारण<br/>खटिका पर्याय<br/>विषघ्नगण<br/>खटिका की उपस्थिति<br/>कन्दविष का संग्रहकाल<br/>खटिका भेद<br/>खटिका का शोधन<br/>विष सेवन में पथ्य<br/>विष सेवन में अपथ्य<br/>शुद्ध खटिका के गुण<br/>शुद्ध खटिका के योग<br/>शुद्धविष की मात्रा<br/>विष प्रतिकार<br/>भल्लातकपर्याय<br/>उपविषाणि<br/>भल्लातकपरीक्षा<br/>लाङ्गलीपर्याय<br/>भल्लातकशोधन<br/>लाङ्गली शोधन<br/>शु० भल्लातक गुण<br/>लाङ्गली के गुण<br/>शु० भल्लातकमात्रा<br/>करवीर पर्याय<br/>विजया पर्याय<br/>करवीर शोधन<br/>विजयाशोधन<br/>करवीरमूल का गुण<br/>शु० विजया के गुण<br/>गुञ्जानामाणि<br/>शु० विजया की मात्रा<br/>गुञ्जाशोधन<br/>स्नुही पर्याय<br/>शु० गुञ्जाबीज गुण<br/>स्नुहीक्षीर शोधन<br/>अहिफेन पर्याय<br/>स्नुहीक्षीर गुण<br/>अहिफेन शोधन<br/>अर्कक्षीर पर्याय<br/>अहिफेन गुण<br/>अर्कक्षीर गुण<br/>अहिफेन मात्रा<br/>उपविषविकार शान्त्युपाया<br/>धत्तूरबीज पर्याय<br/>अहिफेनविषशान्ति<br/>धत्तूरबीज शोधन<br/>धत्तूरविषशान्त्यर्थ<br/>शु० धत्तूरबीज के गुण<br/>भल्लातकविषविकारशान्त्यर्थ<br/>विषमुष्टि पर्याय<br/>विजयाविषविकारशान्त्यर्थ<br/>विषमुष्टि शोधन<br/>गुञ्जाविषविकारशान्त्यर्थ<br/>विषमुष्टि के गुण<br/>करवीरविकारशान्त्यर्थ<br/>जयपाल पर्याय<br/>स्नुहीविषविकारशान्त्यर्थ<br/>जयपाल शोधन<br/>स्नुह्यर्कविषविकारशान्त्यर्थ<br/>शुद्ध जयपाल के गुण<br/>जयपाल विष विकार शान्त्यर्
942 ## - ADDED ENTRY ELEMENTS (KOHA)
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Koha item type BOOKS
Holdings
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    Dewey Decimal Classification   Not For Loan MAMCRC COV - 11923 26/07/2022 MAMCRC LIBRARY MAMCRC LIBRARY 02/09/2022 Chaukhambha Orintalia REF 405.00   620.11 MIS A2929 02/09/2022 02/09/2022 BOOKS Reference Books  
    Dewey Decimal Classification     MAMCRC COV - 11923 26/07/2022 MAMCRC LIBRARY MAMCRC LIBRARY 02/09/2022 Chaukhambha Orintalia   405.00 6 620.11 MIS A2930 11/03/2024 02/09/2022 BOOKS   24/02/2024
    Dewey Decimal Classification     MAMCRC COV - 11923 26/07/2022 MAMCRC LIBRARY MAMCRC LIBRARY 02/09/2022 Chaukhambha Orintalia   405.00 8 620.11 MIS A2931 11/03/2024 02/09/2022 BOOKS   22/02/2024
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