General note |
विषय सूची<br/>4 संयोग के मुख्य विचार आधार<br/>७ मानक निरूपण व तुला<br/>१३ मागय मान, कलिंग मान,<br/>१४ चरक का मागध मान <br/>मंगलाचरण<br/>ग्रन्थ विषय प्रवेश<br/>आधुनिक मान <br/>आयुर्वेदिक द्रवमान-आगत मान<br/>कल्पना का क्षेत्र<br/>२ ५ मेट्रिक मान<br/>कल्पना का इतिहास<br/>औषधि में रस, गुण वीर्य-विपाक- प्रभाव<br/>कल्लों की विविधता<br/>तोय, अग्नि, शौच, मंथ-देश-काल<br/>मन्निकर्ष-भावना-कालप्रकर्ष<br/>पौतव मान, दाशमिक मान, पौतवमान<br/>६ दुवयमान, पाय्यमान, वर्ग माप,<br/>६ धनमाप,<br/>द्रव्यगुण-परिचय<br/>त्रिफला, त्रिकटु, त्रिमद, त्रिजात, त्रिकंटक चवुरूषण, चतुर्जात्,<br/>भाजनादि भेद से<br/>महानस वैद्य कल्पना<br/>८ शरीरधारक स्तम्भ-वात, पित्त कफ <br/>रसशास्त्र में कल्पना<br/>९ कल्पनाक्रम रस<br/>भैषज्यकल्पता के आधारभूत<br/>व्यवस्थापत्र लेख<br/>सिद्धान्त<br/>११ व्यवस्थापत्र-शीर्षक-मुख्य अंश<br/>भैषज्यकल्पना का क्षेत्र<br/>१३ ध्यान देने योग्य बातें-<br/>भेषज कल्पना खण्ड<br/>औषधि वर्ग-ज्वरघ्न, वेदना प्रधान,<br/>द्रव्य भेद-सान्द्र, धन, कठिन-अर्थंसान्द्र<br/>स्रसन ज्वरध्न तीवतापहर, तीव्र- ताप, संज्ञारहित ज्वर-ज्वरातिसार- नवज्वर, ज्वर, प्रतिश्याय, वातश्लेष्म ज्वर, पसीनां के योग-विरेचक<br/>द्रवादि कल्पनायें<br/>संयोग का मुख्य उद्देश्य<br/>औषधिदोषपरिहारार्थ<br/>औषधि बल वर्धनार्थ -औषधि आयु- गुणकारी बनाने के लिये, दोष<br/>ज्वरध्न, जीणं ज्वरहर, ज्वरघ्न बल्य पाचक औषधियाँ,<br/>परिहारार्थ औषधि संरक्षण <br/>आमाशय उत्तेजक पाचक-अग्निदीपन<br/>इष्ट गंध, रस, वर्ण उत्पादनार्थ <br/>दीपन पाचन ग्राही<br/>औषधि सेवन काल<br/>क्रियात्मक कल्पना के पत्रक<br/>उत्तम द्रव्ा ग्रहण, हरीतकी<br/>पूर्वकर्म-<br/>भल्लातक, कंद, पुष्कर मूल, चंदन,<br/>प्रधानकर्म<br/>कर्पूर, देवदारु, सरल, दास-<br/>पश्चात्कर्म-भौतिक परीक्षण<br/>हरिद्रा, जातीफल-<br/>द्रव्यग्रहण व संरक्षण<br/>रासायनिक परीक्षण<br/>द्रव्यपरीक्षण<br/>योग<br/>खनिजधातु परिचय<br/>मानदण्ड<br/>स्वर्ण रौप्य, नाग-वंग लौह-यशद<br/>पत्रकनिर्माण<br/>प्राणिज द्रव्य-मोती-शंख, बुद्धि<br/>जेषज संस्कार विज्ञान<br/>प्रवाल, कपर्द-अग्निजार-<br/>विभिन्न संस्कार<br/>कस्तूरी<br/>औषधिवीर्याधान मर्याद-<br/>कज्जलिका-गिरि सिंदूर<br/>गुड़ पाक स्नेह<br/>रसकपूर-मकरध्वज<br/>पाक-चूर्ण गुटिका-वती-रसायन<br/>तैयार औषधियां<br/>औषधि निर्माण शाला<br/>संग्रह-श्रेणी विभाजन<br/>औषधि संस्कार विज्ञान के भेद<br/>आर्द्रतासे संग्रह स्थान में संरक्षण<br/>आयुर्वेदिक फार्मेसियाँ-श्रेणी<br/>शीत स्टोरेज तैयार औषधि द्रव्य<br/>लेविल लिखना<br/>ड्रगएक्ट<br/>भस्म परीक्षा<br/>फार्माकोपिया के आधार ग्रंथ<br/>औषधिकल्पना-एकौषधि<br/>सिदूर परीक्षा<br/>योग-पूर्व कर्म, प्रधान कर्म, पश्चात<br/>पंचविध कषाय कल्पना<br/>कर्<br/>स्वरस कल्पना<br/>औषधि की खेती<br/>निष्पीडन यंत्र भेद<br/>औषधि अंग ग्रहण<br/>स्वरस के योग्य द्रव्य<br/>कामरत्न में औषधि ग्रहण काल<br/>किया कल्प, ब्राह्मीस्वरस निर्माण<br/>औषधिबल विचार, संरक्षण<br/>वासा स्वरस, गुडूची स्वरस<br/>द्रव्यग्रहण के नियम<br/>कचूर, शतावरो स्वरस<br/>फलस्वरस<br/>आद्र द्रव्य<br/>ग्राह्य अंगो के साधारण नियम<br/>कल्क कल्पना<br/>एकौपचि कल्क<br/>शार्कर-वधार्कर<br/>अह। नियमूलकस्क<br/>शर्करावत-शर्यंत<br/>पिप्पलादि कल्क<br/>कुछ प्रचलित वावैत<br/>चूर्ण कल्पना<br/>शिकंजवीन<br/>यंत्र-शिसिटीग्रेटर, पल्वराइजर<br/>अवलेह कल्पना<br/>माइक्रोपल्वराइजर, निष्पीडक<br/>रसक्रिया<br/>प्रयोग कल्पनाये<br/>अवलेह लेह-पाक<br/>हिमकल्पनायें<br/>वत्सकावलेह, वासावलेह-कल्याण<br/>धृत कल्पना<br/>लेह<br/>काय निर्माण<br/>शीतकषाय भेद मंथ<br/>वटी गुटिका कल्प लुगदी<br/>खरल व मशीनें-ग्राइंडर<br/>प्रमथ्या कल्पना<br/>मिक्श्चर<br/>पानीय कल्पना<br/>उधीरादि पानीय षडंग पानीय<br/>चूर्ण मिलाने की मशीन<br/>यूषप्रकरण-काम्बलिक<br/>टेबलेट निर्माण<br/>यवागू कल्पना<br/>दाने बनाने की मशीन<br/>औषधि सिद्ध यवागू<br/>टेबलेट मशीन<br/>मण्ड कल्पना<br/>वटी कोटिंग मशीन<br/>पेया कल्पना<br/>शुगरकोटिंग मशीन<br/>परमान्न कल्पना<br/>रजतावगुंठन-स्वर्णावगु ठन<br/>कृतान्न वर्ग कल्पना<br/>कैपसूल-कैचिट्स<br/>शाकयूष<br/>पैककी मशीन-टीगु टिका<br/>चिपिटा घुघुरी<br/>तक्र वर्ग कल्पना<br/>वटी वटिका कल्पना<br/>तर्पण-पुटपाक<br/>गुग्गुल कल्पना<br/>तर्पण-पुट पाक<br/>योगराज-कैशोर, गोक्षुरादि,<br/>पिण्डिका<br/>अमृतादि गुगुल<br/>फाण्ट कल्पना<br/>एक विशति गु०-गोक्षुरादि-<br/>त्रिफलादि<br/>उष्णोदक<br/>गुडपाक कल्पना<br/>लौह कल्पना<br/>इलो<br/>पिण्डतैल<br/>अनितांतक लौह, ताप्यादि,<br/>त्रिफला लौह<br/>त्रिफलादि, मृगराजतैल, विश्वादि-<br/>तैल<br/>नवायस लोह, घात्री लोह, मंडूर के<br/>चन्दनवासा तैल<br/>योग<br/>रस कल्पना<br/>पुनर्नवा मंडूर, पंचामृत लौह-<br/>मंडूर, तारामंङ्कर<br/>मृत्युंजयरस, त्रिभुवन कीतिरस-<br/>कस्तूरी भैरव<br/>त्र्यूषणादि, त्रिफला मंडूर सप्ता<br/>हेम गर्मपोट्टली रस, भूतभैरव, आनन्दभैरव कपूर रस, <br/>मृत लोह<br/>संघानविधि-<br/>कनक सुन्दर रस, वोलबद्ध रस<br/>सुरा-आमव<br/>अग्निकुमार, कृमिमुद्गर, चन्<br/>आसवनिर्माण<br/>कला रस<br/>गुक्तमद्य, ताहमद्य-मुरासव<br/>चन्द्रामृत रस-<br/>टिकचर-वाइन, स्प्रिट-<br/>श्वासकुठार रस कामदुधा<br/>शुक्त संघान-<br/>निद्रोदय, वातकुलान्तक<br/>आसव योनि<br/>लोला विलास, सूतशेखर<br/>तुष। म्बु-कांजी-शिण्डः की<br/>स्वर्णमालती वसंत मालती लघु,<br/>काम्बलिक-आरनाल<br/>पर्पटी कल्प मालती वसंत<br/>युक्त व उसकी उपयोगिता<br/>रसपर्पटी<br/>स्नेह कल्पना<br/>पंचामृतपर्पटी, स्वर्ण पर्पटी, लौह-<br/>स्नेहपाक व उसके भेद<br/>पर्पट<br/>स्नेह छानना-स्नेह संरक्षण<br/>कूपी पद्म समीरपन्नग<br/>तैल प्रकरण<br/>पूर्णचन्द्रोदय रस, रससिदूर<br/>विशिष्टतैलों के कुछ योग<br/>सुवर्ण मकरध्वज<br/>शास्त्रीय कतिपय तैल-<br/>पोट्ट'ली कल्पना<br/>तैल के योग-शास्त्रीय<br/>लोकेश्वर पोहली, रेतोरोधन-<br/>लाक्षादि तैल, नारायण तैल,<br/>पोट्टली<br/>ग्रहणी कपदं पोट्टली,<br/>हेमाश्रक पोट्टली<br/>मदनानंद मोदक,<br/>हिरण्यगर्भ पोट्टली, रत्नगर्भ<br/>घूम कल्पना-<br/>पोट्टली<br/>अष्टांगधूप-महिश्वर घूम<br/>अर्ककल्पना-इतिहाम<br/>उपकरण व यंत्र<br/>मनःशिलादि घूम, मनः शिला<br/>श्वासहरी<br/>औषधि द्रव्य व जल कल्पना<br/>अर्कादि घूम, माषादि धूम<br/>नस्यकल्पना-भेद<br/>परिश्रुत अर्क, इत्र व रैल<br/>वैरेचनिक घूम<br/>धूप कल्पना-महिषाक्षादि धूप,<br/>कवलमण्डूप-<br/>मांस्यादि धूप, चन्दनादि धूप, द्वाद-<br/>लेप<br/>शांग धूप<br/>द्रव्यग्रहण में विचार<br/>अर्क-वाटर्स<br/>मधच्छिष्टका भाग<br/>सुरासार<br/>इतिहास लेप<br/>इक्ष्वाकु सुरासार,<br/>वहिः परिमार्जन<br/>कृतवेधन, त्रिवृत, अहिफेन सुरा-<br/>पारदादि लेप<br/>सार<br/>कज्कतिकादि मलहर<br/>क्षार कल्पना-पाकीय क्षार, प्रति-<br/>गंधकादिमलहर<br/>सारवीय क्षार,<br/>टंकण मलहर<br/>क्षारद्वय, क्षारत्रय, क्षारपंचक<br/>विर्चाचकाहर मलहर<br/>क्षाराष्टक क्षार गुण<br/>सर्जिका क्षार, क्षारसूत्रकलाना<br/>वटक कल्पना<br/>यशदादि मलहर<br/>लवण कल्पना-पत्र लवण<br/>काण्ड लवण<br/>व्योषादि वटक, शूरण वटक,<br/>कल्याण लवण<br/>मण्डूर-वटक<br/>नारिकेल लवण<br/>मोदक कल्पना-<br/>बस्तिकल्पना<br/>पिपलीमोदक, मांस्यादिमोदक,<br/>नागरादि मोदक<br/>माधुतैलिक वस्ती, युक्तरस वस्ती,<br/>सिद्धवस्ती<br/>अनुवासन वस्ती<br/>शोधन लेखन, स्नेहन वृहण वस्त्री<br/>मायायुक्ति<br/>चूर्ण कल्प परीक्षा<br/>कर्मवस्ती कालवस्ती-योगवाधी<br/>पांच भौतिक परीक्ष<br/>दोपहर बस्ती<br/>शमन वस्त्रो<br/>रस का भौतिक संगठन<br/>अनुवासन वस्त्री<br/>गुणका<br/>रसपरोक्षा<br/>निरुहवाली<br/>गंधपरीक्षा<br/>विच्छवस्ती<br/>रूपपरीक्षा<br/>रोमरुहात स्त्री<br/>शब्दपरीक्षा<br/>काशोशदिमसी<br/>अग्निपरीक्ष<br/>मृगाजिनभसी<br/>सोहपरीक्षा<br/>द्रखकल<br/>तलपरीक्षा<br/>महाद्राव कल्प<br/>सुरापरीक्षा<br/>शंखदाव<br/>जलपरीक्षा<br/>द्वितीयशंखद्रावक<br/>रासादलिक परीक्षा<br/>आम्ली कल्प<br/>सितोवलादि चूर्ण परीक्षा<br/>लवणाम्प<br/>गन्त्रकम्ल<br/>त्रिभुवन कोति परीक्षा<br/>औषधिपरीक्षण<br/>पांच भौतिक परीक्षा<br/>पांच सैनिक पर क्षा<br/>अग्नि परीक्षा<br/>योग निर्माण सिद्धान्त<br/>जलपरीक्षा<br/>संयोग बिश्लेषण<br/>घृततेल परीक्षा<br/>योग कल्लना<br/>शास्त्रीपत्रक |