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Padartha Vigyan avm Ayurveda ka Itihas

By: Material type: TextTextLanguage: HINDI Publication details: Varanasi Chaukhamba Surbharati Prakashan 2019Description: 269pISBN:
  • 9789389665017
DDC classification:
  • 620.11 YER
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विषयानुक्रमणिका
प्राक्कथन
लेखक का मनोगत
Syllabus of Ayurvedacharya (BAMS) - 1st Professional Padarth Vigyan evum Ayurved itihas (Philosophy and History of Ayurveda)
संक्षिप्त अक्षर संकेत
1. पदार्थ एवं आयुर्वेद निरूपण Padarth and Ayurveda Nirupan
पदार्थ शब्द की व्युत्पत्ति 1: पदार्थ के लक्षण 1; पदार्थ की संख्या 1: आयु के लक्षण 2; आयुर्वेद के लक्षण 2: सिद्धांत के लक्षण 3; सिद्धांत के भेद 3; आयुर्वेद के महत्त्वपूर्ण मूल सिद्धांतों का वर्णन एवं उनका महत्त्व 4
2. दर्शन निरूपण Darshan Nirupana/Indian Philosophy
दर्शन का परिचय 12; दर्शन शब्द की व्युत्पत्ति 12; दर्शन का लक्षण 13; दर्शन की संख्या 13; आस्तिक दर्शन 13; सांख्य दर्शन 13; योग दर्शन 17; वैशेषिक दर्शन 20; न्याय दर्शन 21; पूर्वमीमांसा दर्शन 23; वेदान्त दर्शन 25; नास्तिक दर्शन 27; चार्वाक दर्शन 27; बौद्ध दर्शन 28; जैन दर्शन 30; आयुर्वेद एक
स्वतन्त्र दर्शन 32
3. दृव्य विज्ञानीय Dravya Vigyaneeya / Substance
द्रव्य का परिचय 35; 'द्रव्य' शब्द की व्युत्पत्ति 35; द्रव्य के लक्षण 35; द्रव्य का वर्गीकरण 35; द्रव्य की संख्या 38; पंचभूत 38; सृष्टि उत्पत्ति के सिद्धान्त (तैत्तिरीय उपनिषद्, न्याय-वैशेषिक, सांख्य-योग, शंकराचार्य, चरक और सुश्रुत के अनुसार) 38; पंचभूतों के लक्षण एवं गुण 41; काल 50; 'काल' शब्द की व्युत्पत्ति 50; काल के लक्षण 50; काल के भेद 50; काल का आयुर्वेद में महत्व 51; दिक् 52; 'दिक्' शब्द की व्युत्पत्ति 52; दिशा के लक्षण 52; दिशा के भेद 53: दिशा का आयुर्वेद में महत्व 55; आत्मा 56; 'आत्मा' शब्द की व्युत्पत्ति 56; आत्मा के लक्षण 56; आत्मा के गुण 57; आत्मा के स्थान 57; आत्मा के भेद 57; आत्मनः ज्ञानस्य प्रवृत्ति 59; पुरूष 59; मन 60; 'मन' शब्द की व्युत्पत्ति 60; 'मन' शब्द की निरूक्ति 60; मन के पर्याय 60; मन का स्थान 60; मन के लक्षण 60; मन के गुण 61; मन के विषय 61; मन के कार्य 62; मन का उभयात्मकत्व 62; मन का पाँचभौतिकत्व 62; मन व्याधियों का आधार 63: मन का अतीन्द्रियत्व 63; पंचमहाभूत और त्रिगुण की क्रमशः देहप्रकृति और मानस-प्रकृति में भूमिका 63; तम का दशम द्रव्य के रूप में वर्णन 64; द्रव्य का आयुर्वेद में व्यवहारिक महत्व 65
4. गुण विज्ञानीय Guna Vigyaneeva/Quality
गुण को परिचय 69: 'गुण' शब्द की व्युत्पत्ति 69, गुण शब्द की निरुक्ति 69; गुण के लक्षण 69: गुण का वर्गीकरण 70, न्याय और वैशेषिक दर्शन अनुसार गुणों की संख्या 70, सार्थ गुण 71; गुर्वादि गुण 73; आध्यात्मिक गुण 85, परादि गुण 88
5. कर्म विज्ञानीय Karma Vigyaneeya / Action
कर्म का परिचय 94 'कर्म' शब्द की व्युत्पत्ति 94: 'कर्म' शब्द की निरूक्ति 94, कर्म के लक्षण 94: कर्म के भेद 96; कर्म की आयुर्वेद में उपयोगिता 99, गुण और कर्म में साधम्र्थ 100, गुण और कर्म में वैधर्म्स 100
6. सामान्य विज्ञानीय Samanya Vigyaneeya / General Substance
सामान्य का परिचय 101; सामान्य के लक्षण 101; सामान्य के भेद 102; द्रव्य, गुण और कर्म के परिपेक्ष्य में सामान्य का उपयोग 104
7. विशेष विज्ञानीय Vishesha Vigyaneeya/Peculiar Substance
विशेष का परिचय 105; 'विशेष' शब्द की निरूक्ति 105, विशेष के लक्षण 105; विशेष के भेद 106; द्रव्य, गुण और कर्म के परिपेक्ष्य में विशेष का उपयोग 107; विशेष को स्वतन्त्र पदार्थ मानने की आवश्यकता 107; विशेष पदार्थ की आयुर्वेद में उपयोगिता 107; सामान्य विशेष का सिद्धान्त 108: 'प्रवृत्ति उभयस्य तु' वाक्यार्थ का महत्त्व 108: सामान्य विशेष सिद्धान्त की आयुर्वेद में उपयोगिता 109; सामान्य और विशेष में साधर्म्स और वैधर्म्स 109
8 . समवाय विज्ञानीय Samavaya Vigyaneeya / Inseparable Substance
समवाय का परिचय 111; 'समवाय' शब्द की व्युत्पत्ति 111: समवाय के लक्षण 111; समवाय के भेद 112; समवाय को एक स्वतंत्र पदार्थ मानने में युक्ति 112; संयोग और समवाय में अन्तर 112; समवाय का चिकित्सीय महत्व 113
9. अभाव विज्ञानीय Abhava Vigyaneeya / Non-Existence
अभाव का परिचय 114; 'अभाव' शब्द की व्युत्पत्ति 114; अभाव के लक्षण 114: अभाव के प्रयाय 114; अभाव के भेद 114; अभाव को स्वतंत्र पदार्थ मानने वालों का तर्क 116; अभाव का आयुर्वेद में चिकित्सीय
महत्व 117
10. प्रमाण एवं परीक्षा
'प्रमाण' शब्द की निरूक्ति 118; प्रमाण एवं परीक्षा की व्याख्या 118; प्रमा, प्रमेय और प्रमाता 119; प्रमाणों की संख्या 119; चतुर्विध परीक्षा विधि, आयुर्वेदोक्त प्रमाण 119; त्रिविध प्रमाणों मे सभी प्रमाणों का समावेश 120; परीक्षा एवं प्रमाण का महत्त्व, प्रयोजन, उपयोग 120: चिकित्सा में परीक्षाविधि की उपयोगिता 120
11. आप्तोपदेश प्रमाण Authoritative Testimony
आप्तोपदेश के लक्षण 122; आप्त के लक्षण 122; आप्तोपदेश के भेद 123; आप्तोपदेश की आयुर्वेद मे उपयोगिता 123; शब्द के लक्षण 123; शब्द के भेद 123; शब्दवृत्ति शब्दार्थबोधकवृत्ति 124; शक्तिग्रह हेतु 124; वाक्य का स्वरूप 125 वाक्यार्थज्ञान हेतु 125
12. प्रत्यक्ष प्रमाण Direct Perception
'प्रत्यक्ष' शब्द की निरूक्ति 127; प्रत्यक्ष प्रमाण के लक्षण 127: प्रत्यक्ष प्रमाण के भेद 128; प्रत्यक्ष अनुपलब्धिकरण 130; प्रत्यक्ष ज्ञान का विस्तार 131, प्रत्यक्ष की उपयोगिता 131 इन्द्रियों के लक्षण 131; इन्द्रियों के भेद 131; पंचपंचक 132: इन्द्रियों का पाँचभौतिकत्व 132: इन्द्रियों का तुल्ययोनित्व 133: इन्द्रियप्राप्यकारित्व 133; इन्द्रियार्थसन्निकर्ष 133; त्रयोदशकरण 134 अन्तःकरण की प्रधानता 134
13. अनुमान प्रमाण Inference
विषयानुक्र
'अनुमान' शब्द की निरूक्ति 136; अनुमान का लक्षण 136: हेतु, साध्य, व्याप्ति, पक्ष, संपक्ष, विपक्ष, परामर्श, अनुमिति, दृष्टान्त 136; अनुमान के भेद 138 पंचावयव हेतु के लक्षण एवं भेद 140; अहेतु, हेत्वाभास 141: तर्क 143: अनुमान की क्रियात्मक, नैदानिक, चिकित्सीय एवं अनुसन्धानात्मक उपयोगिता 144
14. युक्ति प्रमाण Logical Reasoning
युक्ति प्रमाण का परिचय 147; 'युक्ति' शब्द की व्युत्पत्ति 147; युक्ति का लक्षण 147; युक्ति प्रमाण के उदाहरण 147; युक्ति की चिकित्सीय एवं अनुसंधानात्मक उपयोगिता 148
15. उपभान प्रमाण Analogy
उपमान प्रमाण का परिचय 149; 'उपमान' शब्द की व्युत्पत्ति 149; उपमान का लक्षण 149, उपमान प्रमाण के उदाहरण 149; उपमान प्रमाण के प्रकार 150; उपमान प्रमाण का आयुर्वेद में महत्व 151
16. अन्य प्रमाण Other Pramana
अर्थापत्ति 152; अभाव 152; सम्भव 152; चेष्टा 153; परिशेष 153; इतिहास 153
17. कार्य-कारण सिद्धान्त Karya-Karana Siddhanta Cause and Effect Theory
कार्य और कारण के लक्षण 155; कारण के भेद 156; कार्य और कारण का आयुर्वेद में महत्त्व 158; कारण से कार्य को उत्पत्ति में विविध मत 159; सत्कार्यवाद 159; असत्कार्यवाद 160; परिणामवाद 161; विवर्तवाद 163; आरम्भवाद 164; परमाणुवाद 164; क्षणभंगुरवाद 165: स्वभाववाद 165; पीलुपाक 166; पिठरपाक 167; अनेकान्तवाद 167: स्वभावोपरमवाद 168
18. इतिहास निरूपण Representation of History
'इतिहास' शब्द की व्युत्पत्ति 170; 'इतिहास' शब्द की निरूक्ति 170; 'इतिहास' शब्द की व्याख्या 170; इतिहास ज्ञान की आवश्यकता 170; इतिहास का महत्व और उपयोगिता 171: इतिहास के साधन और विधि 171; ऐतिहासिक व्यक्ति, विषय, काल और घटना का आयुर्वेद पर प्रभाव 172
19. संहिताकाल के ग्रन्थकार Authors of Samhitakala
संहिताकाल का परिचय 175; संहिताकाल के कुछ प्रमुख संहिताकार 175; पुनर्वसु आत्रेय 175; धन्वन्तरि 176; कश्यप 177; अग्निवेश 178; सुश्रुत 178: भेल 179; हारीत 179; चरक 180; दृढ़बल 180: वाग्भट 181; नागार्जुन 182; जीवक 183
20. संहिताओं के टीकाकार Commentators of Classical Samhitas
टीकाकारों का परिचय 184; भट्टारहरिश्चन्द्र 184; जेज्जट 185; चक्रपाणि 185; डल्हण 185; निश्चलकर 185; विजयरक्षित 186; श्रीकण्ठदत्त 186; गयदास 186; अरूणदत्त 186; हेमाद्रि 187; गंगाधर 187: योगीन्द्रनाथ सेन 187; हाराणचन्द्र चक्रवर्ती 188; इन्दु 188; अन्य टीकाकार 188
21. संग्रहकाल के ग्रंथकार Authors of Compendiums
संग्रहकाल का परिचय 189; भावमिश्र 189; शारंगधर 190: वृन्द 191; माघवकर 192; मोडल 193: गोविंददास 193; बसवराज 194
22. आधुनिक काल के लेखक Authors of Modern Era
आधुनिक काल के लेखकों का परिचय 195: गणनाथ सेन 195; यामिनीभूषण राय 196; शंकरदाजी शास्त्री पदे 197; स्वामी लक्ष्मीराम 197; यादवजी त्रिकमजी आचार्य 198; डॉ. पी. एम. मेहता 199; डॉ. भास्कर गोविन्द घाणेकर 199; दामोदर शर्मा गौड 199; आचार्य प्रियव्रत शर्मा 200
23. आयुर्वेद का सार्वभौमत्व Globalization of Ayurveda
आयुर्वेद का सार्वभौमत्व 202; विभिन्न देशों में आयुर्वेद का विस्तार 202; मिस्र में आयुर्वेद 202; श्रीलंका में आयुर्वेद 203; नेपाल में आयुर्वेद 204; विभिन्न देशों में आयुर्वेद का प्रभाव 204; वर्तमान में विभिन्न देशों में आयुर्वेद की स्थिति 204
24. स्वातन्त्र्योत्तर काल में आयुर्वेद में विकासात्मक गतिविधियाँ
Developmental Activities in Ayurveda in the Post-independence period
20
स्वातन्त्र्योत्तर काल में आयुर्वेद में विकासात्मक गतविधियाँ 206; आयुर्वेद के विकास के लिये विविध समितियों की स्थापना और उनकी सिफारिशे 206; भोरे समिति 206; चोपडा समिति 207; पंडित समिति 208; दवे समिति 208; उडुप समिति 209; व्यास समिति 211; सम्पूर्णानन्द समिति 212; विविध संगठनों का परिचय और कार्य 212; आयुष 212; सेन्ट्रल कॉन्सिल ऑफ इन्डियन मेडिसिन 214; सेन्ट्रल कॉन्सिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदीक सायन्सेस 214; आयुर्वेदीक फारमाकोपिया कमिटि 217; नेशनल मेडिसिनल प्लान्ट बोर्ड 219; ट्रेडिश्नल नॉलेज डिजिटल लायब्रेरी 219; शैक्षणिक प्रवृत्तियों में विकास राष्ट्रीय संस्थानों का परिचय
220; नैशनल इन्स्टिट्युट ऑफ आयुर्वेद 220; आय.पी.जी.टी. अॅन्ड आर.ए. गुजरात आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जामनगर 221; फैकल्टी ऑफ आयुर्वेद, बी.एच.यू. वाराणसी 222; राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ, नई दिल्ली 223
25. ड्रग्स एण्ड कॉस्मेटिक एक्ट, Drugs and Cosmetics Act
Drugs and Cosmetics Act, 1940 and Rules 1945 227; Introduction 227; History 227; Chapters 228; Schedules of the rules228
26. आयुर्वेद के राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय लोकप्रिय पत्रिकाओं का परिचय Introduction to National and International popular journals of Ayurveda
Introduction to Journals 231; Popular National and International journals of Ayurveda 231; हिन्दी भाषा में पत्र-पत्रिकायें 232
27. आयुर्वेद के विकास में विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यों का परिचय
Introduction to activities of W.H.O. in the promotion of Ayurveda
विश्व स्वास्थ्य संगठन 234; परिचय 234; इतिहास 234; प्रादेशिक कार्यालय 234; सम्पर्क 234; कार्य 235; आयुर्वेद के विकास में विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यों का परिचय 235

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