Suvarn Tantram
Material type:
- 9788176373272
- 615.538 MIS
Item type | Current library | Collection | Call number | Status | Notes | Date due | Barcode | |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|
![]() |
MAMCRC LIBRARY | MAMCRC | 615.538 MIS (Browse shelf(Opens below)) | Not For Loan | Reference Books | A3046 | ||
![]() |
MAMCRC LIBRARY | MAMCRC | 615.538 MIS (Browse shelf(Opens below)) | Available | A3047 | |||
![]() |
MAMCRC LIBRARY | MAMCRC | 615.538 MIS (Browse shelf(Opens below)) | Available | A3048 |
Browsing MAMCRC LIBRARY shelves, Collection: MAMCRC Close shelf browser (Hides shelf browser)
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
||
615.538 MIS Marma and its Management | 615.538 MIS Marma and its Management | 615.538 MIS Marma and its Management | 615.538 MIS Suvarn Tantram | 615.538 MIS Suvarn Tantram | 615.538 MIS Suvarn Tantram | 615.538 MIS Vishikhaanupravesh Vijyanam |
अनुक्रमणिका
श्रीभगवान् शिव एवं श्रीपरशुराम संवादः
अथ तैलकन्दः (सिद्धकन्दः) की परीक्षा
तैल कन्द प्रयोग-१
नों
हरताल से सुवर्ण निर्माण विधि-१-२-३
अध कटुकूष्माण्ड कल्पः-१
शतवेधी पारदभस्म
अथ कटुरक्तबिन्बी २ कल्पः ऋद्धिवल्ली
अथ कटुतुम्बी कल्पः-३
अथ श्वेतागिरिकर्णी कल्पः-४
अथ श्वेतगोक्षुर कल्पः-५
अथ श्वेतएरण्ड कल्पः-६
अथ काकारि कल्पः
अथ सिद्धस्वर्ण कल्पः
अथ दग्धरुहा कल्पः
अथ श्वेतबृहती कल्पः
अथ कण्टकशिरीष कल्पः
अथ ब्रह्मकण्टकवृक्ष कल्पः
अथ वल्लीपलाश कल्पः
अथ त्रिवीरावल्ली कल्पः
अथ श्वेतनिशा कल्पः
अथ ब्रह्माण्डभेदिनी कल्पः
लोहद्राव-ताम्रदाव-शंखद्राव-दन्ताम्ल-दन्तद्राव कल्पाः
लोहद्रावप्रयोगः
ताम्रद्रावप्रयोगः
शंखद्रावप्रयोगः
दन्ताम्लप्रयोगः
दन्तद्रावप्रयोगः
सिद्धकल्क
अथ कामधेनुः (फलपञ्चक कल्पः)
अथ त्रिधारा वज्रवल्ली कल्पः
अथ रक्तत्रिधारावज्रेशा कल्पः
Alt
(8)
अभ कामधेनुः रस (रक्तत्रिधाराका) द्वितीय कल्पः अब एकवीरा कल्पः अभ त्रिधारावज्रभानु कल्पः अथ स्वर्णफलिनीसिद्धौषधि कल्पः अथ विधारारक्तवज्रभानु कल्पः अथ हरिद्रा-वत्सनाभ कल्पः अथ काकजंघा कल्पः रक्तकरवीर कल्पः कृष्णकरवीर कल्पः वनसूरण कल्पः कुमारी कल्पः रुदन्ती कल्पः योग कल्पः दुःस्पर्शा कल्प
ब्रह्माण्ड कल्पः
मदन मुद्रा-१ अथ-सुवर्ण निर्माण प्रयोगः- १ अध-सुवर्ण निर्माण प्रयोगः-२ अथ-सुवर्ण निर्माण प्रयोगः-३ मदन मुद्रा-२ अथ-सुवर्ण निर्माण प्रयोगः-४ धातुओं द्वारा निर्मित स्थाली यन्त्र अथ-सुवर्ण निर्माण प्रयोगः-५ अथ-सुवर्ण निर्माण प्रयोगः-६ अथ-सुवर्ण निर्माण प्रयोगः ७ अथ रौप्य निर्माण प्रयोग-१ अथ रौप्य निर्माण प्रयोग-२ अथ रौप्य निर्माण प्रयोग-३ अथ रौप्य निर्माण प्रयोग-४
।। इति सुवर्णतन्त्र पूर्वार्द्धः समाप्तः ।। अथ सुवर्ण तन्त्रस्य-उत्तरर्राब्द्धः
।। इति सुवर्णतन्त्रस्य सूची समाप्तो जातः ।। इति शुभम्
There are no comments on this title.