Amazon cover image
Image from Amazon.com
Image from Google Jackets

Dravayguna Vijnana

By: Material type: TextTextLanguage: HINDI Publication details: New Delhi Chaukhambha Pub. 2023Description: 463pISBN:
  • 9789381608807
DDC classification:
  • 620.11 SRI
Tags from this library: No tags from this library for this title. Log in to add tags.
Star ratings
    Average rating: 0.0 (0 votes)
Holdings
Item type Current library Collection Call number Vol info Status Notes Date due Barcode
DONATED BOOKS DONATED BOOKS MAMCRC LIBRARY MAMCRC 620.11 SRI (Browse shelf(Opens below)) Vol. I Not For Loan Reference Books A3833
DONATED BOOKS DONATED BOOKS MAMCRC LIBRARY MAMCRC 620.11 SRI (Browse shelf(Opens below)) Vol. II Not For Loan Reference Books A3832

विषय-सूची
1. अगुरु
2. अग्निमन्थ
3. अहिफेन
4. अपामार्ग
5. अर्जुन
6. अर्कद्वय (रक्तार्क, श्वेतार्क)
7. अश्वगन्धा
8. अशोक
9. अतिविषा
10. आमलकी
11. आरग्वध
12. आर्द्रक-शुण्ठी
13. बाकुची
14. बलाद्वय (बला, अतिबला)
15. बिल्व
16. उशीर
17. एलाद्वय
18. एरण्ड
19. कपिच्छू
20. कटुकी
21. किराततिक्त
22. कालमेघ (भूनिम्ब)
23. कुमारी
24. कुङ्कुम (केशर)
25. कुटज
26. कुपीलु
27. कुष्ठ
28. कन्टकारी
29. काञ्चनार
30. कम्पिल्लक
31. कर्कट शृङ्गी
32. कर्पूर
33. खदिर
34. गम्भीर
35. गुग्गुलु
36. गुडूची
37. गोक्षुर
38. चन्दनद्वय (श्वेतचन्दन एवं रक्त चन्दन)
39. चित्रक
40. जम्बू
41. जटामांसी
42. जातीफल
43. जीरकद्वय
44. ज्योतिषमती
45. तालीश
46. तिल
47. त्रिवृत्
48. तुलसी
49. त्वक्
50. दाडिम
51. देवदारु
52. दूर्वा
53. धातकी
54. नागकेशर
55. निम्ब
56. निर्गुण्डी
57. पलाश
58. पर्पट
59. पाटला
60. पाषाणभेद
61. पिप्पली-पिप्पलीमूल
62. पृश्निपर्णी
63. पुनर्नवा
64. पुष्करमूल
65. बिभीतक
66. बीजक (असन/विजयसार)
67. ब्राह्मी
68. बृहती
69. भल्लातक
70. भार्रङ्गी
71. भृङ्गराज
72. मदनफल
73. मञ्जिष्ठा
74. मण्डूकपर्णी
75. मरिच
76. मुस्ता
77. यष्टीमधु
78. यवानी
79. रसोन
80. रास्ना
81. रोहितक
82. लवङ्ग
83. लोध्र
84. वचा
85. वरूण
86. वत्सनाभ
87. वाराही
88. वासा
89. विडङ्ग
१०. विदारी
91. शतावरी
92. शल्लकी
93. शाल्मली
94. शालपर्णी
95. शिश्रु/शोभाञ्जन
96. शिरीष
97. शंखपुष्पी
98. श्योनाक
99. सर्पगन्धा
100. सैरेयक
101. सारिवाद्वय (श्वेत एवं कृष्ण सारिवा)
102. हरिद्राद्वय
103. हरीतकी
104. हिङ्गु

There are no comments on this title.

to post a comment.
Visitor count:

Powered by Koha