Bhartiya Shikha ka Itihas : Swatantrata Poorva
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Item type | Current library | Collection | Call number | Status | Notes | Date due | Barcode | |
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CENTRAL LIBRARY | IER | 370.954 TRI (Browse shelf(Opens below)) | Available | Reference Books | 22045 | ||
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अनुक्रम
1. वैदिक शिक्षा
1-12
प्रस्तावना, शिक्षा का तात्पर्य, शिक्षा के उद्देश्य तथा आदर्श, शिक्षा की व्यवस्था, शिक्षा के आधारभूत तत्व एवं विशेषताएँ, उपसंहार, सारांश।
2. बौद्ध-शिक्षा
13-23
प्रस्तावना, शिक्षा की व्यवस्था, सार्वजनिक या प्राथमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, शिक्षा के आधारभूत तत्त्व एवं विशेषताएँ, समानता, असमानता, उपसंहार, सारांश, ब्राह्ममणीय व बौद्ध-शिक्षा का तुलनात्मक अध्ययन ।
3. मुस्लिमकालीन शिक्षा
24-39
प्रस्तावना, मुस्लिम शासकों के समय में शिक्षा, शिक्षा के उद्देश्य, शिक्षा की व्यवस्था, (अ) प्राथमिक शिक्षा, (ब) उच्च शिक्षा, शिक्षा के आधारभूत तत्त्व एवं विशेषताएँ, विशिष्ट शिक्षा, उपसंहार, सारांश ।
4.
भारतीय शिक्षा का रूप (19वीं शताब्दी के आरम्भ में)
40-48
प्रस्तावना, प्राथमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, देशी शिक्षा-व्यवस्था : टिप्पणी, देशी शिक्षा की अवनति के कारण, ब्रिटिश शिक्षा-नीति की समीक्षा,
सारांश ।
5. आधुनिक शिक्षा का आरम्भ (सन् 1700-1813 ई.)
49-63
चैरिटी स्कूल, कलकत्ता मदरसा तथा बनारस संस्कृत कॉलेज, शिक्षा की प्राच्यवादी नीति, धर्म-प्रचारकों के प्रयत्न, बंगाल में धर्म-प्रकारकों के
कार्य, सन् 1813 ई. का अधिकारपत्र। आधुनिक शिक्षा का द्वितीय चरण, (सन् 1813-1854 ई.)
64-113
6. निस्यन्द सिद्धान्त, शिक्षा का माध्यम, सन् 1813-33 ई. की प्रमुख घटनाएँ, लार्ड वेंटिंक का प्रस्ताव 1835, मेकाले का महत्त्व, आकलैण्ड का आदेश-प्राच्य-पाश्चात्य संघर्ष का अन्त, आकलैण्ड तथा प्रचलित देशी भाषाएँ, मुम्बई, स्त्री शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, कानून की शिक्षा,
7. आधुनिक शिक्षा का तृतीय चरण (1854-1902) 114-162 सामान्य परिचय, भारतीय शिक्षा आयोग, 1. शिक्षा विभागों का निर्माण तथा विकास, 2. शिक्षा प्रसार के साधनों का भारतीयकरण, 3. ग्राण्ट-इन-पद्धति का विकास, 4. विश्वविद्यालय तथा उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, प्राथमिक शिक्षा (1854-1902), व्यावसायिक तथा स्त्री शिक्षा 'आदि, कानून की शिक्षा, विज्ञान की शिक्षा, इंजीनियरिंग की शिक्षा, स्त्री शिक्षा, सर सैयद अहमद खाँ, पिछड़ी जातियों की शिक्षा, आदिवासी तथा पहाड़ी जातियों की शिक्षा ।
8. आधुनिक शिक्षा का चतुर्थ चरण (1902-1921)
सामान्य परिचय, गुणात्मक उन्नति अथवा संख्यात्मक विस्तार?, शिमला शिक्षा सम्मेलन- (1901), विश्वविद्यालय तथा उच्च शिक्षा, भारतीय विश्वविद्यालय कानून 1904, कानून के प्रति भारतीय प्रतिक्रिया, विश्वविद्यालय कानून 1904-मूल्यांकन, माध्यमिक शिक्षा, स्कूलों की गुणात्मक उन्नति, प्राथमिक शिक्षा, कर्जन के शिक्षा-सम्बन्धी अन्य सुधार, भारतीय शिक्षा को लार्ड कर्जन की देन-एक समीक्षा, लार्ड कर्जन के बाद, विश्वविद्यालय तथा उच्च शिक्षा, कलकत्ता विश्वविद्यालय आयोग 1917, विश्वविद्यालय तथा उच्च शिक्षा की प्रगति (सन् 1905-1921), विश्वविद्यालयों को सरकारी देन, प्राथमिक शिक्षा, सन् 1913 का प्रस्ताव, प्रान्तों में अनिवार्य शिक्षा की चेष्टाएँ, मुम्बई का पटेल कानून (1918), सन् 1921-22 ई. में प्राथमिक शिक्षा की स्थिति, स्त्री शिक्षा (1905-21), मुसलमानों की शिक्षा, हरिजनों की शिक्षा (1902-21), आदिवासियों तथा पहाड़ी जातियों की शिक्षा, शिक्षा विभाग, भारतीय शिक्षा के प्रबन्ध का हस्तान्तरण।
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