TY - BOOK AU - Singh,Gulab Aajad TI - Prakrati se Sahakari Prabandh avm Netratva Vikas shiksha SN - 9789380801292 U1 - 334.07 SIN PY - 2013/// CY - New Delhi PB - Shivanak N1 - विषय वस्तु 1 प्रबन्ध विज्ञान की अनिवार्यता एवं भारतीय संस्कृति में वर्णित प्रबंधकीय ज्ञान की उपेक्षा 2 ज्ञानार्जन हेतु सतत् शिक्षण एवं प्रशिक्षण की आवश्यकता 3 ज्ञानार्जन हेतु प्रकृति रुपी विश्वविद्यालय- मनुष्य को प्रभु की अनुपम देन 4 प्रकृति रुपी विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण करने हेतु किए गये कुछ प्रयास 5 महर्षि दत्तात्रेय के 24 गुरू 6 राजर्षि चाणक्य द्वारा प्रदत्त प्रबन्धकीय ज्ञान 7 महारानी मदालिसा की राजधर्म शिक्षा 8 महर्षि भारद्वाज कणिक द्वारा प्रदत्त राजधर्म ज्ञान 9 अथर्ववेद में वर्णित मानवीय व्यवहार के कुछ त्यागने योग्य अवगुण 10 लेखक द्वारा सम्पादित, संकलित विभिन्न 108 चेतन एवं अचेतन प्राणियों द्वारा प्रदत्त प्रबन्धकीय एवं व्यावहारिक ज्ञान उपसंहार ER -