TY - BOOK AU - Sharma,Chandrabhan TI - Yoga avam Nisagropachar SN - 9788176372541 U1 - 613.7046 SHA PY - 2016/// CY - Varanasi PB - Chaukhambha Orientalia N1 - विषय-सूची योग (YOGA) • योग शब्द की व्युत्पति एवं विविध तीन की परिभाषा • चित्तवृतियाँ, क्लेश के कारण • चित्त विक्षेप • चित्तवृत्ति निरोध • योग की उत्पत्ति एवं इतिहारा • वर्तमान में योग की उपयोगिता * योग के भेद :- • हठयोग एवं राजयोग • हठयोग सिद्धि के लक्षण एवं राजयोग प्राप्ति • नाडीत्रय परिचय एवं उपयोगिता • आयुर्वेद में योग • मन विवेचन • आयुर्वेद का योग के साथ सम्बन्ध • स्वास्थ्य संरक्षण में योग का महत्त्व * षट्कर्म :- • धौतिकर्म • वस्ति कर्म * नेतिकर्म * त्राटक कर्म • नौलि कर्म * कपालभाति * यम विवेचन :- * अहिंसा * सत्य * अस्तेय * ब्रह्मचर्य • अपरिग्रह * नियम विवेचन :- * शौच * सन्तोष * तप (१८) • योग एवं मोक्ष 214 • मोक्ष परिभाषा एवं प्राप्युपाय 214 21 • मुक्तात्मा के लक्षण निसर्गोपचार / प्राकृतिक चिकित्सा (Naturopathy) 21 2 221 223- • प्राकृतिक चिकित्सा की परिभाषा • प्राकृतिक चिकित्सा का प्रयोजन, महत्त्व एवं सिद्धान्त • आयुर्वेद एवं निसर्गोपचार में सम्बन्ध • वर्तमान में प्राकृतिक चिकित्सा की उपयोगिता • जल चिकित्सा :- • जल के गुण एवं महत्त्व • शीतोष्ण भेद से जल की चिकित्सोपयोगिता • स्नान की विधियाँ एवं उनके लाभ • वाष्प स्नान * प्राकृतिक वाष्प स्वेद एवं आयुर्वेद में स्वेदन • मृच्चिकित्सा :- * मिट्टी के गुण * मिट्टी के प्रकार एवं उपयोग • चिकित्सोपयोगी मृत्तिका चयन * मिट्टी की पट्टी एवं चिकित्सात्मक उपयोग * सूर्य किरण चिकित्सा :- * सूर्य प्रकाश का महत्त्व • आतप स्नान में ध्यातव्य एवं विधि * मर्दन (मालिश) :- • मर्दन के गुण एवं चिकित्सा में महत्त्व • मर्दन में ध्यातव्य • मर्दन की विधियाँ व उपयोग * उपवास चिकित्सा :- • चिकित्सात्मक महत्त्व • अवधि एवं योग्य ऋतु • उपवास के प्रकार • उपवास तोड़ने के नियम व सफल उपवास के लक्षण * विश्राम की उपयोगिता • वायु एवं आकाश तत्त्व का चिकित्सात्मक महत्त्व ER -