TY - BOOK AU - Tripathi Indradeva TI - Rasavaravam Naam Rasatantram U1 - 640.112 TRI PY - 2018/// CY - Varanasi PB - Chaukhambha Sanskrit N1 - विषय-सूची मंगलाचरण जीवन्मुक्ति-विषयक प्रश्नोत्तर मृत्यु के बाद मुक्ति-प्राप्ति का निराकरण वामपन्थियों की युक्ति का निराकरण पृष्ठ विषय रसनिन्दक की दशा १ पारद के उत्तम गुण " रसहान में गुरु की आवश्यकता रसार्णव तन्त्र की प्रशंसा प्रथम पटल का उपसंहार द्वितीय पटल दार्शनिकों की मुक्ति का निराकरण, शरीर मुक्ति का साधन होने से गुरु-शिष्य के लक्षण सम्बन्धी प्रश्न रस गुरु का लक्षण शिष्य का लक्षण उसकी रक्षा का निर्देश ४ मुक्ति के उपाय के सम्बन्ध में प्रश्न, मुक्ति के उपाय का निरूपण मोक्षसाधक के रूप में रस तथा ५ निधि साधन योग्य मनुष्य बिल साधन योग्य मनुष्य धातुबाद के योग्य सनुष्य पवन का विवेचन साधक की परीक्षा मोक्ष में रस की प्रधानता उत्तम साधकों का लक्षण रस प्रवृत्ति में विशेष अवस्था अधम साधकों का लक्षण कुलीन रसज्ञ का लक्षण ७ रस ही गर्भ है रस साधन में निषिद्ध नारी नारियों के भेद तथा लक्षण ८ अहंकारियों की मुक्ति का निराकरण,, पारद की उत्पत्ति तथा माहात्म्य काकिणी कीकणी रस की उत्पत्ति ९ काश्चिकाचिनी पारद के माहात्म्य पद्मिनी पारद के दर्शन का फल पारद स्पर्शन का फल १० पारद भक्षण का फल पारद स्मरण का फल १० पारद लिंग के पूजन का फल पारद के लिङ्गनिर्माण भेद से १० पूजन में अधमादि फल इमविद्या के दान का फल पारद में आस्तिक बुद्धि से सिद्धि शुभ लक्षणों से युक्त नारौ प्राप्ति विषयक प्रश्न नारी में सद्भक्षण की प्राप्ति के लिए उपाय रसशिक्षा-विषयक प्रश्न रसबन्ध कर्म के लिये स्थान रसबन्ध मण्डप बनाने की विधि ११ समय निर्देश के साथ रस- लिङ्गन्यासविधि विषय (३४) पृष्ठ कान्तलौह तथा पारद का योग ३३१ वरपारद गोलक निर्माण ३.३२ वालपारद गुटिका-निर्माण-विधि वयसस्वरसायन का उपचार ३३३ मन्त्रहीन साधक के द्वारा रस- सिद्धि की अगम्यता रससिद्धि में विध्नकारक ग्रह भूत-प्रेत आदि का भागना ३३० " बच्य आदि के मारण में युक्तिः ३३५ पारद भक्षण के विविध उपाय पारद भक्षण का समय पारद भक्षण में अपच्य पारद भक्षण के समय कका राष्टक आदि का निषेध पारद सेवनकाल में निषिद्ध भोजन पारद सेवनकाल में निषिद्ध कर्म पारद सेवनकाल में पथ्य पारद सेवनकाल में ग्राह्य स्त्रियाँ पारद सेवनकाल में अग्राह्य स्त्रियाँ पारद सेवनकाल में सेवन योग्य पदार्थ विषय रससिद्धि का समय-निरूपण देहसिद्धि द्वारा वेध का निरूपण तक्र का सात्विक आदि वर्णन वेध के अनुसार पारद का वर्णन रसायन के योग्य स्त्रियाँ तथा उनके साथ संगम का फल बजाङ्गसुन्दरी रसगुटिका की निर्माणविधि बच्चाङ्गसुन्दरी गुटिका को मुख धारण करने का फल अनेक प्रकार की रसगुटिका की निर्माणविधि सर्वसिद्धिदा गुटिका रस-शास्त्रविहीन साधन की निन्दा दूसरे गोलबन्ध की निर्माण- विधि रसायन में स्नान-पानादि के लिये द्रव्य मुख में रक्खे हुए बद्ध गोलक का फल रसाजीर्ण होने पर अनेक उपद्रव ३३९ रसाजीणं होने पर सामान्य उपक्रम, रस सिद्ध होने पर कर्तव्य सोलह वर्ष तक गोलक मुख में रखने का फल बद्ध रस कथनपूर्वक कड़ाही- अन्य वज्रबन्ध का लक्षण आदि के निर्माण का विवरण पारिभाषिक शब्दानुक्रमणिका ER -