Puranik, Alok
Arthik Patrakarita
- New Delhi Prabhat Prakashan
Contents:
1. स्वतंत्र भारत की आर्थिक पत्रकारिता
2. आर्थिक पत्रकारिता का आशय
3. आजादी के पहले की आर्थिक पत्रकारिता
4. यह बात है उर्फ व्याख्यात्मक भूमिका (1947 से 1956)
5. कृषि भी, उद्योग भी (1956 से 1966)
6. गरीबी हटाओ- यानी प्रयोग-ही-प्रयोग (1966 से 1984)
7. उदारवाद के रास्ते पर (1984 से 2007)
8. विरासत से वर्तमान तक