Sharma, Kumud
Vigyapan Kee Duniya
- New delhi pratibha Pratisthan
Contents:
1. विज्ञापन की अवधारणा और स्वरूप
2. विज्ञापन का इतिहास
3. विज्ञापन की बहुआयामी भूमिका
4. मीडिया कार्यक्रम-संरचना और विज्ञापन उद्योग के नए रिश्ते
5. विज्ञापन के प्रकार
6. विज्ञापन माध्यम
7. विज्ञापन के गुण और उद्देश्य
8. विज्ञापन के सृजनात्मक आयाम
9. विज्ञापन संस्कृति और उपभोक्ता व्यवहार
10. विज्ञापन और स्त्री
11. विज्ञापन का भाषाई परिदृश्य
12. ब्रांड को अवधारणा
13. विज्ञापन एजेंसी : स्वरूप और कार्य
14. जनसंपर्क और विज्ञापन
15. विज्ञापन की आचार-संहिता और कानून