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041 | _aENGLISH | ||
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100 | _aSingh,Tejbeer | ||
245 | _aTextbook of Dravyaguna with Modern Pharmacology | ||
260 |
_aChandigarh _bVishvas Pub. |
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300 | _a278p. | ||
500 | _aअध्याय 1 दव्य-गुण शास्त्र विज्ञानीय विषय सूची • द्रव्यगुण शास्त्र की परिभाषा • द्रव्य की महत्ता • द्रव्यगुण की शाखाएँ • द्रव्यगुण विज्ञान का प्रयोजन अध्याय 2 द्रव्य गुण शास्त्र के सप्त पदार्थ सामान्य परिचय • द्रव्य • गुण • रस • वीर्य • विपाक अध्याय 3 द्रव्य • प्रभाव • कर्म • व्युत्पत्ति • निरुक्ति • लक्षण • पंचभौतिकत्व • द्रव्य का प्राधान्य • वर्गीकरण- क) रचनात्मक ख) Taxonomical classification ग) कर्मात्मक अध्याय 4 गुण • व्युत्पत्ति • निरुक्ति अध्याय अध्याय • संख्या एवं वर्गीकरण • गुर्वादि एवं परादि गुणों का विस्तृत वर्णन • गुण की प्रधानता 5 रस • व्युत्पत्ति • निरुवित्त • लक्षण • रस संख्या • पंचभौतिक संगठन • ऋतुभों के अनुसार रसों की उत्पत्ति • रस वर्गीकरण • रस निवृत्ति विशेष क्रम • रस विकल्प • रसोपलब्धि • रस स्कंध • रस रूपांतरण • रस अनुरस भेद • रसों के लक्षण • रसों के अति सेवन जन्य व्याधिया • रसों के संस्थानिक कर्म • रसों के दोष, धातु, मल, कर्म 6 विपाक • व्युत्पत्ति • निरुक्ति • लक्षण • भेद • अवस्थापाक एवं निष्ठापाक अध्याय 7 वीर्य अध्याय 8 प्रभाव अध्याय 9 द्रव्यगत रस गुण वीर्य विपाक प्रभाव में परस्पर संबंध एवं बलाबल निरूपण • विपाक के गुण कर्म • विपाक की तरतम्यता • विपाक उपलब्धि • रस-विपाक में अंतर • व्युत्पत्ति • निरुक्ति • स्वरूप/भेद • पंचभौतिक संगठन • कर्म • वीर्य उपलब्धि • वीर्य निर्धारण सामान्य सिद्धान्त एवं अपवाद • व्युत्पत्ति • निरुक्ति / लक्षण • प्रभाव की विशिष्टता • प्रभाव जन्य कर्म • सामान्य प्रत्यारब्ध एवं विचित्र प्रत्यारब्ध • प्रभाव प्राधान्य 7 अध्याय 10 कर्म • व्युत्पत्ति • निरुक्ति • लक्षण • स्वरूप • भेद • निम्नलिखित कर्मों की प्रक्रिया एवं उदाहरण- 1. दीपन 2. पाचन 3. संशोधन 4. संशमन 5. अनुलोमन 6. संसन 7. भेदन 8. रेचन 9. छेदन 10. लेखन 11. ग्राही 12. स्तम्भन 13 . मदकारी 14. प्रमाथी 15. अभिष्यन्दि व्यवायी 16. 127. विकासी 18. रसायन 19. वाजीकरण 20. जीवनीय 21. बल्य 2. वृंहण 23. लंघन 24. मेध्य अध्याय 11 मिश्रक वर्ग बृहत् पंचमूल, लघु पंचमूल, दशमूल, कण्टक पंचमूल, तृण पंचमूल, वल्ली पंचमूल, मध्यम पंचमूल, जीवनीय पंचमूल, पंचपल्लव, पंचवल्कल, त्रिफला, मधुर त्रिफला, स्वल्प त्रिफला, सुगन्धि त्रिफला, त्रिकटु, चतुर्डष्ण, पंचकोल, षड्उष्ण, चतुर्बीज, अष्टवर्ग, जीवनीय गण, त्रिजातक, चतुर्जातक, पंचतिक्त, अम्ल पंचक, त्रिकार्षिक, चातुर्भद, महाविष, उपविष, क्षीराष्टक, मूत्राष्टक, पित्त पंचक, लवण पंचक, क्षारद्वय, क्षाराष्टक चरकानुसार अग्रय औषध अध्याय 12 द्रव्यों के पर्याय एवं नामकरण के आधार अध्याय अध्याय 14 • द्रव्यगत अशुद्धियाँ और उनके शोधन 13 द्रव्य संग्रह, देश प्रविभाग, भूप्रविभाग, प्रशस्त भूमि, द्रव्यों का संरक्षण, भेषजागार, प्रयोज्यांग अध्ययन, सवीर्यता अवधि अध्याय 15 प्रशस्त भेषज अध्याय 16 निघण्टु परिचय • अपमिश्रण (Adulterants) • अभाव प्रतिनिधि द्रव्य (Substitues) Plant extract • विरूद्ध द्रव्य • धनवन्तरि निघण्टु • भावप्रकाश निघण्टु • राज निघण्टु अध्याय 17 Brief knowledge of cultivation, conservation of medicina plants | ||
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