000 | 03318nam a22001817a 4500 | ||
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_c16002 _d16002 |
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003 | OSt | ||
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008 | 201104b xxu||||| |||| 00| 0 eng d | ||
020 | _a978938371016 | ||
041 | _aHINDI | ||
082 | _a615.538 GOV | ||
100 | _aGovindacharya | ||
245 | _aSanskrat Vyakaranadhyaynam | ||
260 |
_aVaranasi _bChaukhamba Surbharati Prakashan _c2019 |
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300 | _a568p. | ||
500 | _aविषय सूची प्रथम पाठ : पारिभाषिक शब्द, संज्ञा, परिभाषा वर्ण विज्ञान व्याकरण के पारिभाषिक शब्द सञ्ज्ञा प्रकरण परिभाषायें ५. द्वितीय पाठ : सन्धि विज्ञान ६. तृतीय पाठ : षड्लिंग प्रकरण (सुबन्तप्रकरण) अच्सन्धि हल्सन्धि विसर्गसन्धि अजन्तपुँल्लिङ्ग प्रकरण अजन्तस्त्रीलिंग प्रकरण अजन्तनपुंसकलिंग प्रकरण हलन्तपुल्लिंग प्रकरण हलन्तस्त्रीलिंग प्रकरण हलन्तनपुंसकलिंग प्रकरण ७. चतुर्थ पाठ : धातु विज्ञान (तिङन्त प्रकरण) भ्वादिप्रकरण अदादिप्रकरण जुहोत्यादिप्रकरण दिवादिप्रकरण स्वादिप्रकरण तुदादिप्रकरण रुधादिप्रकरण तनादिप्रकरण क्रयादिप्रकरण चुरादिप्रकरण ण्यन्तप्रकरण सन्नन्तप्रकरण यङन्तप्रकरण यङ्लुगन्तप्रकरण नामधातुप्रकरण पञ्चम पाठ : कारक (विभक्त्यर्थ) षष्ठ पाठ : समास प्रकरण केवल समास अव्ययीभाव समास तत्पुरुष समास बहुव्रीहि समास द्वन्द्व समास सप्तम पाठ : प्रत्यय अष्टम पाठ : अनुवाद, वाच्य प्रयोग अनुवाद प्रकरण वाच्य प्रयोग तव्यत्, अनीयर्, क्त, तुमुन्, क्त्वा, ल्यप्, क्तवतु, शतृ, शानचादि प्रत्ययों का प्रयोग :- नवम पाठ : आयुर्वेदार्षग्रन्थाध्ययनक्रम सुश्रुत संहिताः शारीरस्थानम् गर्भव्याकरण नामक चतुर्थ अध्याय अष्टाङ्गहृदयः सूत्रस्थानम् आयुष्कामीय नामक प्रथम अध्याय | ||
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_2ddc _cBK |