000 | 04132nam a2200133Ia 4500 | ||
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003 | OSt | ||
005 | 20250526134823.0 | ||
008 | 160930s9999 xx 000 0 und d | ||
100 | _aAgrawal, S. | ||
245 | _aHindi Shikshan | ||
260 |
_aJaipur _bSwati Pub. |
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500 | _aविषय-सूची 3-74 2. केक के (क) ( (ग) योगी (घ) वा (सस्वर एवं गौर) ()(ौखिक एवं लिखित) 3. मातृभाषा राष्ट्रभाषा के रूप में हिन्दी शिक्षण की स्थिति पुस्तकालय एवं वाचनालय का हिन्दी भाषा विकास में उपयोग। 5. मातृभाषा का अन्य विषयों के साथ सम्बन्ध। इकाई-2: मातृभाषा और उसका महत्व 75-89 मातृभाषा और उसका महत्व 2. मातृभाषा शिक्षण के उद्देश्य 3. मातृभाषा शिक्षण के सिद्धान्त 4. कक्षा शिक्षण के सिद्धার। इकाई-3: हिन्दी की विभिन्न विधाओं का शिक्षण 90-127 1. हिन्दी को विभिन्न विधाओं का शिक्षण: (क) गद्य शिक्षण (ख) पद्य शिक्षण नारक शिक्षण (प) कड़ानी शिक्षण (ज) रचना शिक्षण (च) व्याकरण शिक्ष 2. हिन्दी शिक्षण में दृश्य-अन्य उपकरणों का महत्त्व एवं उपयोग 3. हिन्दी शिक्षण में पाठ्य पुस्तक का महत्त्व इकाई-4: हिन्दी शिक्षण की विधियाँ 128-148 हिन्दी शिक्षण में निम्नलिखित विधियों का ज्ञान एवं उपयोग तथा प्रथम तीन के पाठ प्रारूप- (क) प्रायोजना विधि पंजीकृत वाहनों की राख्या M.LIB Programmes www.mude.ac. 2. (ख) पर्यवेक्षित अध्ययन विधि (ग) अभिक्रमित अनुदेशन (घ) क्षेत्रीय भ्रमण (क) सामुदायिक संसाधन, (अ) कम्प्यूटर (छ) दूरदर्शन (ज) भाषा प्रयोगशाला। 149-181 इकाई-5: हिन्दी शिक्षण का मूल्यांकन 1. हिन्दी शिक्षण में मूल्यांकन- (क) मूल्यांकन का अर्थ एवं विशेषताएँ (ख) पाठान्तर्गत, पाठोपरान्त मूल्यांकन (ग) प्रश्न-पत्र निर्माण एवं नील पत्र (घ) प्रश्नों के विभिन्न प्रकार एवं रचना (क) भाषा शिक्षण सम्बन्धी विषय वस्तु का विश्लेषण (ख) पाठ योजना निर्माण एवं प्रकार दैनिक पाठ योजना एवं इका योजना। इकाई-6: हिन्दी शिक्षण में पाठ्यक्रम व उपचारात्मक शिक्षण 182-20 1. भाषायी पाठ्यक्रम निर्माण के सिद्धान्त 2. सूक्ष्म शिक्षण 3. निदानात्मक व उपधारात्मक शिक्षण | ||
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