000 02671nam a2200133Ia 4500
999 _c5240
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003 OSt
005 20240316124936.0
008 160930s9999 xx 000 0 und d
100 _aGautam, Malti
245 _aVidhyalaya Prashashan
260 _aVaranasi
_bVishaya Prakashan Mandir
500 _aअनुक्रम 1. शैक्षिक योजना 2. प्रमुख शीक्षिक अभिप्राय 3. विद्यालय प्रबन्ध 4. विद्यालय-प्रबन्ध की समस्याएँ 5. राज्यों में शिक्षा-विभाग का प्रशासकीय ढाँचा 6. प्रधानाध्यापक और विद्यालय प्रबन्ध 7. विद्यालय प्रबंध में शिक्षक की भूमिका 8. अनुशासन 9. स्वशासन का स्वरूप, सिद्धांत और उपयोगिता 10. विद्यालय भवन 11. विद्यालय पुस्तकालय 12. छात्रावास का महत्त्व 13. समय-सारिणी का मूल्यांकन 14. शैक्षिक महत्त्व एवं सह-शैक्षणिक क्रियाशीलन 15. मार्ग दर्शन का महत्व 16. शिक्षक-अभिभावक संघ 17. विद्यालय और समाज 18. समाज-सेवा की भावना का विकास 19. शिक्षकों का चयन 171 20. राज्यों में विद्यालय के प्रकार 21. समाज-शिक्षा 22. पाठ्येत्तर-सहगामी क्रियाशील 23. निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण में प्रधानाध्यापक की भूमिका 24. पर्यवेक्षण कार्य 25. निरीक्षण का अर्थ 26. निरीक्षण पदाधिकारी एवं विद्यालय प्रबंध 27. वित्तीय प्रबन्ध 28. प्राचीन एवं मध्यकाल में शिक्षा व्यवस्था 29. निरक्षरता उन्मूलन 30. वंचित वर्ग और शिक्षा 31. शैक्षिक अवसरों की समता 32. अनौपचारिक शिक्षा प्रणाली
942 _cBK
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