000 | 01478nam a2200157Ia 4500 | ||
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999 |
_c5875 _d5875 |
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003 | OSt | ||
005 | 20240515135352.0 | ||
008 | 160930s9999 xx 000 0 und d | ||
100 | _aUprati, Heema | ||
245 | _aViyatiraki Bhasha Vigyan | ||
250 | _a2 | ||
260 |
_aAgra _bRakhi Publication _c2009 |
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300 | _aviii,207p.;22cm | ||
500 | _aविषय-सूची खण्ड (क) सिद्धान्त 1. भाषाविज्ञान प्रकार एवं शाखाएँ 2. भाषा-अर्जन 3. व्यतिरेकी भाषाविज्ञान अध्ययन क्षेत्र 4. भाषाविज्ञान के सम्प्रदाय, साँचे तथा व्यतिरेकी विश्लेषण 59 5. व्यतिरेकी अध्ययन सिद्धान्त तथा अनुप्रयोग खण्ड (ख) व्यत्तिरेकी विश्लेषण-प्रक्रिया का अनुप्रयोग 1 (लक्ष्य भाषा हिन्दी के सन्दर्भ में व्यतिरेकी विश्लेषण-जनित व्याघाती 6. ध्वनि तथा लिपि-स्तर 7. पद्मन्ध तथा वाक्य-स्तर 8. शब्दावली तथा भाषिक संस्कृति-स्तर | ||
942 |
_cBK _2ddc |