000 | 02086nam a2200157Ia 4500 | ||
---|---|---|---|
003 | OSt | ||
005 | 20250121141459.0 | ||
008 | 160930s9999 xx 000 0 und d | ||
020 | _a9788170118787 | ||
100 | _aRajiv,Rajendra KUmar | ||
245 | _aPed- Podhon ka Rahasyamay Sansaar | ||
260 |
_aNew Delhi _bChildren's Book Trust |
||
300 | _a47p.;24cm | ||
502 | _aअनुक्रम क्या पौधों को भी अनुभूति होती है?. पेड़-पौधे मन की बात भांप लेते हैं! पेड़-पौधे मनुष्य की अनुभूतियों से प्रभावित होते हैं. गणित के प्रश्न बताने वाले पौधे. पेड़-पौधे भी करते हैं परस्पर वार्तालाप. वृक्ष आत्महत्या करते हैं! पेड़-पौधों को मनुष्य के दुखों और अनुभूतियों का एहसास हो जाता है. पौधे अपने शत्रुओं को पहचानते हैं. पौधे झूठ पकड़ लेते हैं. पौधे संगीत प्रेमी होते हैं. पौधों को भी चाहिए दर्द की दवा तार प्रणाली वाला टेलीग्राफ पौधा. घी, गुड़ और शहद देने वाला वृक्ष. शक्कर देने वाला वृक्ष. शिकारी पेड़-पौधे मच्छरमार पौधे जहरीले निर्दयी पौधे विश्व का एकमात्र कल्पवृक्ष पारिजात वृक्ष, जिसे दोबारा नहीं उगाया जा सकता कुछ अन्य विचित्र पेड़-पौधे. | ||
942 |
_cBK _2ddc |
||
999 |
_c6399 _d6399 |